प्रतिनिधि, खूंटी.
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड के उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत शुक्रवार को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट बालिका विद्यालय खूंटी के सभागार में एकदिवसीय समीक्षा सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उदघाटन राज्य नोडल पदाधिकारी मनोज कुमार निराला और खूंटी उप विकास आयुक्त आलोक कुमार ने दीप जला कर किया. मुख्य अतिथि श्री निराला ने बताया कि साक्षरता केवल अक्षर ज्ञान नहीं, बल्कि जीवन कौशल, डिजिटल शिक्षा, वित्तीय साक्षरता और नागरिक शास्त्र की समझ भी प्रदान करती है. उन्होंने सभी प्रतिभागियों से अभियान को जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया. कार्यक्रम में राज्य संसाधन दल के विशेषज्ञों ने नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के प्रमुख घटकों की जानकारी दी. वहीं वेब पोर्टल और डिजिटल एप्लिकेशन के उपयोग को बताया. विद्यालयों द्वारा सर्वेयर के माध्यम से असाक्षरों व स्वयंसेवकों के चयन और टैगिंग कर साक्षरता कक्षाओं के संचालन की विस्तृत समीक्षा की गयी. कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधीक्षक अभय कुमार शील ने बताया कि जिले में साक्षरता के लिए व्यापक कदम उठाते हुए सभी प्रखंड द्वारा कुल 20993 असाक्षरों की पहचान कर 2134 स्वयंसेवक बनाये गये हैं. यह प्रशिक्षण जिले में साक्षरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. प्रखंड स्तर की टीम इस प्रशिक्षण के बाद और बेहतर कार्य के निष्पादन में सक्षम होगी. खूंटी जिले में 2023 से अब तक लगभग 13 हजार 500 परीक्षार्थी शामिल हुए हैं और लगभग 10 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुए हैं. जिनको साक्षरता का प्रमाण पत्र दिया गया है. कार्यक्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी अपरूपा पाल चौधरी, बीइइओ धीरेंद्र कुमार और विजयालक्ष्मी, राज्य संसाधन समूह के सदस्य बजरंग साहू, पराग किशोर सिंह, जिला संसाधन समूह के सदस्य, सभी प्रखंड के बीपीओ, बीआरपी, मॉडल जन चेतना केंद्र के प्रभारी प्रधानाध्यापक, सभी प्रखंड के कम्प्यूटर ऑपरेटर आदि उपस्थित थे.उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम की समीक्षा सह प्रशिक्षणB
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