प्रतिनिधि, कर्रा, तोरपा
विधायक सुदीप गुड़िया रविवार को शहीद सुनील धान के परिजनों से मिलकर ढांढ़स बंधाया. उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया. शहीद सुनील धान की पत्नी गंदौरी धान व मां फगुनिया उराइन से मिलकर सांत्वना दी और कहा कि सुनील धान की कुर्बानी बेकार नहीं जायेगी. माटी की रक्षा के लिए अपने जान की कुर्बानी दी है. इसके पूर्व विधायक सुदीप गुड़िया सुनील धान की कब्र पर मिट्टी दिया. मोमबत्ती व अगरबत्ती जलाये और फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर झामुमो तोरपा प्रखंड अध्यक्ष रुबेन तोपनो, प्रदीप केशरी, अरमान तोपनो आदि उपस्थित थे.घर के एकलौते चिराग थे सुनील
सुनील धान अपने घर के एकलौते चिराग थे. उनकी पत्नी गंदौरी धान बताती हैं कि शादी 2015 में हुई थी. शादी के तुरंत बाद उनकी नौकरी लग गयी थी. परिवार की जिंदगी खुशी-खुशी बीत रही थी. वह बताती है कि सुनील के नये घर का सपना पूरा नहीं हो पाया. गांव में ही सड़क किनारे घर बनाना शुरू किये थे. इसके लिए विभाग से लोन लिये थे. अचानक दुनिया से चले जाने से घर का सपना अधूरा ही रहा गया. सुनील के दो बेटे हैं. पहला बेटा प्रियांश केजी में और छोटा बेटा अनिकेत नर्सरी में पढ़ता है. रांची के काठीटांड़ में किराये का घर लेकर पत्नी व बच्चों के साथ रहते थे. गांव में मां फगुनिया रहती है. बेटे के नहीं रहने से उसकी देखभाल करने वाला अब कोई नहीं बचा है.सरहुल में आये थे गांव :
गांव की मनीषा होरो बताती हैं कि सुनील धान उनके चाचा ससुर थे. 24 मार्च को सरहुल के मौके पर गांव आये थे. गांव वालों के साथ खूब नाच-गान किया गया. सुनील जब भी गांव आते थे सबसे मिलते जुलते थे. दो दिन गांव में रहने के बाद वापस ड्यूटी लौट गये थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है