खूंटी. जिला परिषद सभागार में जिला स्तरीय त्रि-स्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया की अध्यक्षता में की गयी. बैठक में पांच अगस्त को रांची में होनेवाले राज्य स्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा विधानसभा घेराव कार्यक्रम में खूंटी जिला से हजारों की संख्या में पंचायत प्रतिनिधि भाग लेने का निर्णय लिया गया. वहीं आंदोलन को सफल बनाने के लिए रूपरेखा तैयार की गयी. जिप अध्यक्ष ने कहा कि विगत दो सालों से पंचायती राज व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी है. पंचायत प्रतिनिधियों को सरकार पंगु बना कर रखी है. अफसरशाही पंचायत राज व्यवस्था को अपने तरीके से चलाने का प्रयास कर रही है. राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच तालमेल नहीं होने के कारण इसकी खामियाजा जनता भुगत रही है. इसका प्रतिकूल प्रभाव पंचायत पर पड़ रहा है. समय पर 15 फाइनेंस की राशि नहीं आने से जनता की समस्या का निदान नहीं कर पा रहा है. जिला परिषद उपाध्यक्ष मंजू देवी ने कहा झारखंड राज्य बने 25 साल बीतने जा रहा है, लेकिन पंचायत को जो अधिकार प्राप्त है, अभी तक नहीं मिल पा रहा है. ये जनता के लिए भी दुर्भाग्य की बात है. पांच अगस्त को होने वाले विधानसभा घेराव कार्यक्रम में सभी त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि भाग लें. बैठक में जिला परिषद सदस्य दयामनी मुंडू, जिप सदस्य नेलनी देमता, अंडकी प्रमुख कृष्ण सिंह मुंडा, खूंटी प्रमुख छोटराय मुंडा, कर्रा प्रमुख अंजली कुमारी, रनिया प्रमुख नेली डंहगा, मुरहू प्रमुख एलिस ओडेया, तोरपा उप प्रमुख संतोष कर, मुखिया सहित अन्य शामिल हुए.
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