प्रतिनिधि, सोनाहातू.
प्रखंड के राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय चोकाहातू के तीन कमरों में पिछले तीन वर्ष से बाहर से आये मजदूरों ने जबरन कब्जा जमा रखा है. स्कूल में कक्षा प्रथम से अष्टम तक कुल 170 बच्चे नामांकित हैं. वर्तमान में चार कमरों में कक्षाएं संचालित होती हैं. कंप्यूटर लैब के लिए स्कूल में दो कमरे की आवश्यकता है. कमरे के अभाव में लैब बनाने की प्रक्रिया बाधित है. इस संबंध में स्कूल के प्रधानाध्यापक दीनदयाल गुप्ता ने कहा कि गांव के हाड़साली स्थल को विकसित करने के लिए आदिवासी कल्याण कोष से स्कूल के तीन कमरे और शौचालय की मरम्मत हुई है. कमरे की मरम्मत के बाद ही तीनों कमरों में निर्माण करा रहे ठेकेदार के मजदूरों ने स्कूल में रह कर ही गांव में अन्य कार्यों को संचालित कर रहे हैं. ग्रामीण विक्रम मांझी, रोबिन पातर, आदित्य मांझी, दिलीप मांझी आदि ने कहा कि गांव में हाड़साली सुंदरीकरण कार्य में लगे मजदूर तीन साल से स्कूल में रह रहे हैं, जो अनुचित है. बच्चों को पठन-पाठन में काफी असुविधा हो रही है. 15 से 20 मजदूर बाहर से आकर स्कूल में रह रहे हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से सुरक्षा की दृष्टिकोण से मजदूरों को स्कूल से निकालने की मांग की है.फोटो 1. स्कूल के कमरों में रह रहे मजदूर.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है