प्रतिनिधि, पिपरवार.
सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ के तत्वावधान में शुक्रवार को पिपरवार यूनिट वर्कशॉप में गेट मीटिंग प्रदीप त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई. इसमें अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ की 14 सूत्री मांगों पर चर्चा करते हुए मजदूरों से कोल इंडिया का अस्तित्व बचाने का आग्रह किया गया. वक्ताओं ने कहा कि कोल इंडिया रहेगा, तभी हम मजदूर रहेंगे. सरकार की निजीकरण की नीतियों का उल्लेख करते हुए वक्ताओं ने बताया कि कोल इंडिया में स्थायी मजदूरों की संख्या काफी कम हो गयी है. सुरक्षा की अनदेखी कर असंगठित मजदूरों से काम लिया जा रहा है. उन्हें एचपीसी सुविधाओं का भी लाभ नहीं दिया जा रहा है. वहीं, सीएमपीएफ विभाग की कार्यशैली पर प्रश्न उठाते हुए वक्ताओं ने यहां भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. जिससे सीएमपीएफ कार्यालय वर्ष 2030-31 के बाद स्थायी कर्मियों को पेंशन देने में सक्षम नहीं है. इसलिए अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के आह्वान पर भारतीय मजदूर संघ मजदूरों के बीच जागरूकता अभियान चला रहा है. जिससे आनेवाले दिनों में स्थायी मजदूरों व कोल इंडिया को बचाया जा सके. वक्ताओं ने मजदूरों से आंदोलन में सहयोग करने की अपील की. संचालन उमेंद्र कुमार ने किया. वक्ताओं में क्षेत्रीय अध्यक्ष संजीव चंद्रा, दिलीप गोस्वामी, संजय सिंह महेंद्र केवट, श्रीवास्तव पासवान आदि शामिल हैं. मौके पर काफी संख्या में मजदूर उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है