वरीय संवाददाता, लातेहार राज्य सरकार जिले के किसानों को उन्नत खेती से जोड़ने के लिए जिले के कृषि फार्म की जमीन पर मॉडल कृषि पाठशाला तैयार करा रही है. यहां किसानों को आधुनिक खेती का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जायेगा. इसके लिए 25 एकड़ जमीन आवंटित की गयी है. पाठशाला के लिए इसी जमीन पर कृषि विभाग द्वारा पूर्व में बनाए गए भवन को नया रूप दिया जा रहा है. कृषि पाठशाला के संचालन के लिए सरकार संस्था के माध्यम से तीन साल में 3 करोड़ 30 लाख रुपए खर्च करेगी. पाठशाला में मत्स्य, सूकर, मशरूम, मधुमक्खी, बत्तख, गाय और बकरी पालन के लिए शेड बनाये जा रहे हैं. पाठशाला में सब्जी और फल की खेती के साथ डेरी से जुड़ा प्रशिक्षण भी मिलेगा. परंपरागत खेती से अलग वैज्ञानिक तरीके से किसानों को खेत की तैयारी, उर्वरक और कीटनाशक के सही इस्तेमाल, मल्चिंग और टपक सिंचाई समेत कृषि से जुड़ी सभी तरह की जानकारी दी जाएगी. इसका संचालन रांची के सुशीला फाउंडेशन ट्रस्ट को सौंपा गया है. ट्रस्ट के माध्यम से एमएससी एग्रीकल्चर और आठ बीएससी एग्रीकल्चर प्रशिक्षक किसानों को प्रशिक्षण देंगे. बिरसा कृषि ग्राम योजना के तहत आसपास के 8 से 10 गांवों के 700 किसानों को चुना जायेगा. अगले चरण में सदर प्रखंड के परसही कृषि प्रक्षेत्र की भूमि पर भी कृषि पाठशाला खोला जायेगा. जिला कृषि पदाधिकारी अमृतेश कुमार सिंह ने बताया कि इससे किसान कम लागत में अधिक उत्पादन कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि आमदनी बढ़ेगी तो किसान भी आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगे.
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