बालूमाथ.प्रखंड मुख्यालय स्थित जामा मस्जिद परिसर में दो दिनी इस्तेमा का आयोजन किया गया. रविवार को सामूहिक दुआ के साथ इसका समापन हुआ. कार्यक्रम में झारखंड के 11 जिलों से आये मुस्लिम धर्मावलंबियों को संबोधित करते हुए मौलाना अबूदरदा ने कहा कि इस्लाम का संदेश मुस्लिम धर्म के मानने वाले अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है. उन्होंने पैगंबर हजरत मोहम्मद एवं कुरान के संदेश को अमल में लाने और उसे दुनिया में फैलाने का आह्वान किया. कहा कि इस्लाम में भाईचारे को तवज्जो दी गयी है. हमें प्रेम से रहना सिखाया गया है. दीन-दुखियों पर दया करना आलिम ने फरमाया है. कार्यक्रम को चतरा के मौलाना नईम साहब क़ासमी, बोकारो के वसीम साहब, शमशुल हक़ साहब, धनबाद के आफताब साहब, महताब साहब ने भी सम्बोधित किया. कहा कि हजरत मोहम्मद मुस्तफा के नवासे हजरत इमाम हसन व हजरत इमाम हुसैन ने दीने इस्लाम को बचाने के लिए अपनी कुर्बानी दे दी थी, पर इस्लाम को मिटने नहीं दिया. आज इस्लाम पूरी दुनिया में फैला है, तो वो इसी शहादत की देन है. जरूरत है कि अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ दीने इस्लाम से भी रूबरू करायें. जिससे हमारे इमाम का पैगाम दुनिया तक पहुंच सके. मौके पर हाजी जैनुल आबेदीन, हाजी फहीम, मौलाना जियाउल्लाह, मौलाना माज,मौलाना जुबेर काश्मी, जफर रहमान,फैसल अशरफ, मो आसिम, तनवीर रहमान, अहमद अल्फाज, आकिब आलम, अफाक हारून, मो इमरान कुरैशी, हुजैफा माज, शाद जावेद, बिक्की खान, वामिक कुरैशी, मुजम्मिल कुरैशी, वकार कुरैशी, वैस परवेज, गोलू सिद्दीकी, काशिफ इमाद, मुजम्मिल खान, मो सलमान, मो जिशान, हाजी साबिर, राजन खान, पप्पन कुरैशी समेत कई लोग उपस्थित थे.
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