लातेहार ़ झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के बैनर तले सोमवार को जिले की आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं ने विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. मौके पर प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बालमुकुंद सिन्हा ने कहा कि दो अक्टूबर 1975 से आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन हो रहा है और देशभर में लगभग 24 लाख सेविका-सहायिका कार्यरत हैं. झारखंड में इनकी संख्या करीब 36,500 है. उन्होंने बताया कि आज भी सेविकाओं को उचित मानदेय नहीं मिल रहा है. केंद्र और राज्य सरकार से कई बार मांगें रखी गयीं लेकिन समाधान नहीं हुआ. उन्होंने आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, संकल्प पत्र 2022 के अनुसार सालाना मानदेय में क्रमशः 1000 और 500 रुपये की वृद्धि, पर्यवेक्षिका पद पर सेविका को प्रोन्नति, सहायिका को सेविका बनाने तथा बीएलओ कार्य से मुक्ति की मांग की. जिला अध्यक्ष कावित्रि नगेसिया ने कहा कि बीएलओ के कार्य करने के दौरान आइसीडीएस का कार्य प्रभावित हो रहा है. प्रदर्शन के बाद उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम सात सूत्री मांग पत्र सौंपा गया. मौके पर संगीता देवी, अंजनी देवी, लक्ष्मी देवी, मधुबाला देवी, वीणा सिंहा, सबिग्र उरांव, रामचंद्र पासवान, पुष्पा देवी समेत काफी संख्या में सेविकाएं मौजूद थीं. शिबू सोरेन के निधन पर शोक
महुआडांड़. प्रखंड कार्यालय के सभागार में सोमवार को बीडीओ संतोष बैठा की उपस्थिति में पूर्व मुख्यमंत्री सह राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रखंड और अंचल कर्मियों ने दो मिनट का मौन रखा एवं दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. मौके पर बीडीओ ने कहा दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन पूरे राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है. गुरुजी का जीवन संघर्षों और जनसेवा के लिए समर्पित रहा है.
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