सेन्हा. सेन्हा थाना क्षेत्र के बक्सीडीपा-बदला पथ पर बीते शुक्रवार को शॉर्ट सर्किट के कारण ट्रेलर और पोकलेन मशीन में आग लग गयी थी. अग्निशमन दल की मदद से आग पर काबू तो पा लिया गया, लेकिन दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को घटना स्थल से न हटाने और तीन दिनों से बिजली आपूर्ति बाधित रहने के कारण रविवार को स्थानीय महिलाओं का आक्रोश फूट पड़ा. बिजली विभाग को कई बार सूचना देने के बावजूद कोई पहल नहीं होने से नाराज होकर ग्रामीण महिलाओं ने एनएच 143ए लोहरदगा-गुमला मुख्य मार्ग को घंटों जाम कर दिया. महिलाएं बिजली बहाल करने और क्षतिग्रस्त ट्रेलर-पोकलेन को हटाने की मांग पर अड़ी रहीं. सड़क जाम की सूचना मिलते ही सेन्हा पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शन कर रही महिलाओं से बात की. महिलाओं ने स्पष्ट कहा कि बिजली नहीं तो रास्ता भी नहीं. बातचीत के बाद प्रशासन ने आश्वासन दिया कि दो घंटे के भीतर दोनों क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाया जायेगा और बिजली आपूर्ति बहाल की जायेगी. प्रशासन की ओर से मिले आश्वासन के बाद महिलाओं ने सड़क जाम हटाया. लेकिन साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर वादा पूरा नहीं हुआ तो आंदोलन और भी उग्र रूप लेगा. स्थानीय महिलाओं ने बताया कि बिजली की लगातार अनुपलब्धता से गर्मी, बच्चों की पढ़ाई, पानी की कमी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो गयी हैं. प्रशासन अगर समय पर कार्रवाई करता तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती. सड़क जाम में सैकड़ों महिलाएं शामिल थीं, जिन्होंने एकजुट होकर अपनी समस्याओं को सामने रखा और अधिकार की लड़ाई लड़ी. इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया कि ग्रामीण महिलाएं अब चुप नहीं बैठने वाली, जरूरत पड़ने पर वे आवाज उठाने से पीछे नहीं हटेंगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है