लोहरदगा. जिले के निजी अस्पतालों द्वारा एंबुलेंस सेवा के नाम पर मरीजों से मनमाना शुल्क वसूलने का मामला सामने आया है. न्यू संजीवनी हॉस्पिटल ने दो मरीजों को गुमला सदर अस्पताल पहुंचाने के एवज में 9000 रुपये वसूले. जबकि सामान्यतः यह राशि 2000 रुपये से अधिक नहीं होती है. बताया गया कि शहरी क्षेत्र स्थित न्यू संजीवनी हॉस्पिटल में भर्ती हगरु उरांव और लालजीत उरांव को रेफर किया गया था. दोनों मरीजों को निजी वाहन से गुमला ले जाया गया. वाहन संख्या जेएच 01 सीएन 2429 पर ””””””””एंबुलेंस”””””””” लिखकर इसका उपयोग किया जा रहा है, जबकि न तो यह वाहन एंबुलेंस के नाम पर पंजीकृत है और न ही इसका परमिट बनवाया गया है. सरकारी अस्पतालों में मरीजों से एंबुलेंस का कोई शुल्क नहीं लिया जाता, लेकिन निजी अस्पतालों में इसका उल्लंघन कर मरीजों से जबरन वसूली की जा रही है. इस मामले पर सिविल सर्जन डॉ शंभूनाथ चौधरी ने कहा कि एंबुलेंस सेवा जनहित के लिए होती है. निजी अस्पताल द्वारा इसका व्यावसायिक उपयोग और मरीजों का शोषण करना पूरी तरह गलत है. मामले की उच्च स्तरीय जांच करायी जायेगी और दोषियों पर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी. प्रबंधक संजीव कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना एंबुलेंस भाड़े पर दिया है, और वह कितना शुल्क लेता है, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है.
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