सेन्हा. प्रखंड मुख्यालय स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय के सभागार में गुरुवार को पोषण पखवाड़ा सप्ताह के तहत प्रखंड स्तरीय पौष्टिक व्यंजन निर्माण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता में आंगनबाड़ी केंद्रों की चयनित सहायिकाएं शामिल हुईं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रीय और पौष्टिक पकवानों की प्रस्तुति दी. कार्यक्रम की शुरुआत पंचायत स्तर पर हुई प्रतियोगिता के विजेताओं के साथ की गयी, जिन्हें प्रखंड स्तर पर प्रतिभाग करने का अवसर मिला. प्रतियोगिता में मकई, मडुवा, हरी सब्जियां, अंडा, दूध और फल से बने स्वादिष्ट और पोषक व्यंजन प्रस्तुत किये गये.उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की प्रतियोगिता से यह पता चलता है कि स्थानीय स्तर पर कौन-कौन से पौष्टिक खाद्य पदार्थ सहज रूप से उपलब्ध हैं और किस तरह से इन्हें बच्चों व गर्भवती महिलाओं को बेहतर पोषण देने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है. हर थाली में हो सेहत का स्वाद: प्रमुख प्रमुख फूलझरी देवी ने कहा कि नन्हे-मुन्ने बच्चों और बच्चियों का सही पोषण उनके शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास के लिए अत्यंत जरूरी है. सहायिकाएं नियमित रूप से आंगनबाड़ी केंद्रों में पौष्टिक आहार दें, जिससे कोई भी बच्चा कुपोषण या विकास की कमी का शिकार न हो. पोषण से भरपूर पकवान की सराहना कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के एमपीडब्लू कर्मी देवेंद्र गिरी और मंसूर अंसारी पर्यवेक्षक के रूप में शामिल रहे. उन्होंने प्रत्येक व्यंजन के सामग्री, पोषण तत्व और उपयोगिता की जानकारी ली. मकई और मडुवा जैसे मोटे अनाज से बने पारंपरिक व्यंजनों को विशेष रूप से सराहा गया. जिला स्तर की तैयारी, आगे बढ़ेंगी चयनित सहायिकाएं महिला पर्यवेक्षिका जया पांडेय और सुषमा कुजूर ने बताया कि पंचायत स्तर पर चयनित सहायिकाओं के बीच यह प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित की गयी है. यहां से चयनित सहायिकाएं जिला स्तर पर पोषण पखवाड़ा प्रतियोगिता में भाग लेंगी.
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