लोहरदगा.
अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर अटल विरासत सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया.कार्यक्रम की शुरुआत अटल जी की तस्वीर पर पुष्पार्चन एवम दीप प्रज्वलित कर किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि समेत जनसंघ एवम अटल जी के साथ पार्टी संगठन में कार्य कर चुके लगभग 100 वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया. मौके पर मुख्य अतिथि हजारीबाग के पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय ने कहा कि अटल जी के जीवन का एक -एक क्षण,एक-एक कण राष्ट्र को समर्पित था. उनके विचार में राष्ट्र हमेशा सर्वोपरी रहा.अटल जी एक ऐसे राजनेता थे, जो सर्वमान्य थे. उन्होंने 24 दलों को लेकर सहज तरीके से सरकार चलायी. श्री पांडेय ने कहा कि अटल जी का कृतत्व एवम ब्यक्तित्व की जितनी तारीफ की जाय कम है. वे निश्छल,निष्कपट,सरल,सहज,सादगीअग्रसोची स्वभाव के धनी थे.अटल जी हमेशा परिवार वाद से ऊपर उठ कर राष्ट्र के लिए काम किया. उन्होंने बिना किसी का परवाह किये निर्भीक हो कर परमाणु परीक्षण कर देश को शक्तिशाली राष्ट्र की पंक्ति में खड़ा किया. श्री पांडेय ने अपने संबोधन में अटल जी के साथ बिताए पलों को संस्मरण करते हुए कहा कि उनके जीवन से हमे ऊर्जा मिलती है. उन्होंने सनातन धर्म पर बोलते हुए कहा कि सनातन धर्म हमेशा सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामयः एवम वसुदेव कुटुंबकम की सोच रखने वाला धर्म है.कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष मनीर उरांव ने कहा कि भारत रत्न, पद्मविभूषित,कवि,लेखक,पत्रकार, के रूप में विख्यात अटल जी का इस धर्मशाला में आगमन हो चुका है. पूर्व सांसद सुदर्शन भगत ने कहा कि अटल जी एक अच्छे राजनेता के साथ अच्छे प्रवक्ता,लेखक एवम संपादक भी थे.जिन्होंने पांचजन्य जैसे पत्रिका का संपादन किया. किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओम सिंह ने कहा कि अटल जी भारतीय राजनीति का चमकता सितारा थे.वे हमारे आदर्श है।उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति को समझना हो, तो अटल जी के जीवन को समझना होगा. कार्यक्रम का संचालन महामंत्री सह कार्यक्रम संयोजक पशुपति नाथ पारस एवम धन्यवाद ज्ञापन महामंत्री संजय अग्रवाल ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है