लोहरदगा़ सदर थाना क्षेत्र के भक्सो हर्रा टोली से एक व्यक्ति संजय भगत 28 वर्ष पिता स्वर्गीय लक्ष्मण भगत के अपहरण से संबंधित प्रतिवेदन लोहरदगा थाना को प्राप्त हुआ. जिसके आधार पर लोहरदगा थाना कांड संख्या 108/ 2025 के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया. अनुसंधान के क्रम में आरकोसा स्थित एक पानी भरे पत्थर खदान से संजय भगत के शव को बरामद किया गया. जिससे स्पष्ट हुआ की हत्या कर सबूत छुपाने के उद्देश्य से शव को पत्थर के साथ बांधकर पानी में फेंक दिया गया था. पुलिस अधीक्षक शादिक अनवर रिजवी ने बताया कि हत्याकांड के उद्भेदन के लिए सदर थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गयी. टीम ने मृतक के चचेरे भाई बृजमोहन भगत तथा मृतक की चचेरी बहन जयंती भगत दोनों के पिता महादेव भगत को थाना लाकर उनसे पूछताछ की गयी. पूछताछ के दौरान दोनों ने संजय भगत की हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार की. उनके स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर कार्रवाई करते हुए हत्या में शामिल अन्य चार अपराधी राजू महली पिता फूलचंद महली चटवाल थाना मांडर, अमर उरांव पिता गंदरू उरांव, एकलव्य उरांव पिता शनि उरांव, कुशल उरांव पिता सोमरा उरांव तीनों पिपरा टोली थाना चान्हो रांची, को गिरफ्तार किया गया. अपराधी बृजमोहन भगत के पास से देसी पिस्तौल एक मैगजीन तथा चार जिंदा गोली बरामद किया गया. छापामारी दल में थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर, पुलिस अवर निरीक्षक रवि रंजन कुमार, संजय कुमार, सहायक अवर निरीक्षक चंद्रदीप मेहता, अमरनाथ पांडे के अलावा पुलिस बल के जवान शामिल थे. हत्याकांड में शामिल सभी अपराधियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है.
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