लोहरदगा. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू ने कहा है कि भारत-पाक के बीच उत्पन्न स्थिति के दौरान कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल, केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रत्येक कार्रवाई का खुलकर समर्थन कर रहे हैं. लेकिन केंद्र सरकार विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इतनी अपेक्षा जरूर है कि वह उन स्थापित राजनीतिक मर्यादाओं का पालन करें, जो न केवल देश के लोकतंत्र के लिए जरूरी है, बल्कि वह हमारे उच्च मापदंडों का भी प्रतीक है. धीरज साहू ने कहा कि केंद्र सरकार ने जब भारत-पाक मुद्दे पर सभी दलों के संयुक्त शिष्टमंडल को दुनिया के प्रमुख देशों में भेजने का निर्णय लिया, तो संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने कांग्रेस अध्यक्ष एवं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से फोन कर कर चार कांग्रेस सांसदों के नाम मांगे थे, जिन्हें सर्वदलीय शिष्टमंडल में भेजा जा सके. इसके लिए कांग्रेस ने सरकार को गौरव गोगोई और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा सहित चार सांसदों का नाम भी नियत अवधि में भेजा गया था. लेकिन उक्त सांसदों के नाम की अवहेलना करते हुए सरकार ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक दल को विदेश भेजने का निर्णय लिया है. श्री साहू ने कहा कि यदि केंद्र सरकार को अपनी इच्छा के अनुसार ही श्री थरूर का चयन करना था, तो उसे कांग्रेस से नाम मांगने की जरूरत ही क्या थी. वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि सर्वप्रमुख विपक्षी दल को इस प्रकार से अंडर एस्टीमेट करने की प्रवृति ख़तरनाक है. इससे वैश्विक स्तर पर भी गलत संदेश जाता है.
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