कुड़ू़ अविराम कॉलेज ऑफ एजुकेशन टिको, कुड़ू में डीएलएड संकाय के द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षुओं के लिए पाठ्यक्रमानुसार सामूहिक रसोई का आयोजन किया गया. सहायक प्राध्यापक पंकज कुमार भारती के नेतृत्व में आयोजित इस रसोई में झारखंड विशेषकर दक्षिण छोटानागपुर के आदिवासी समुदाय के पारंपरिक व्यंजनों, पेय पदार्थों और भाप व देशज तकनीक से तैयार किये गये पकवानों को प्रदर्शित किया गया. प्रशिक्षुओं ने व्यंजनों के निर्माण की विधि और पोषण महत्व की जानकारी अतिथियों को दी. पारंपरिक सलाद में विभिन्न फल और सब्जियों के पोषक गुणों को दर्शाया गया. गिलोय का शरबत सैम, बेंग साग और एलोवेरा जूस अजीत व विनीत, आम जूस डेविड, लौकी का जूस किरण, इडली व चना छोला स्वीटी, मडुवा रोटी खुशबु, पुवा-चना दाल की चटनी मारिया, पुलाव की तीन किस्में शिवानी, दही बड़ा अर्चना तथा गुलगुला, पापड़ और चिप्स शोभा द्वारा प्रस्तुत किये गये. इन व्यंजनों की विधियां, पोषण तत्व और कलात्मक प्रस्तुति दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहीं. कॉलेज के सचिव इंद्रजीत कुमार भारती ने कहा कि डीएलएड के प्रशिक्षुओं के प्रशिक्षण का अंतिम वर्ष चल रहा है. प्रशिक्षुओं को सभी विषयों में दक्ष बनाना प्रबंधन की जिम्मेदारी ही नहीं, जवाबदेही भी है. प्रशिक्षु आत्मविश्वास से भरपूर हों, ताकि साक्षात्कार में किसी प्रकार की झिझक न हो. कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. प्रतिमा त्रिपाठी, जंग बहादुर, अफताब, ममता, कुंदन, पवन, संदीप, शशि, डॉली, आरती, पंकज सहित सभी व्याख्याता शामिल हुए.
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