किस्को. किस्को प्रखंड अंतर्गत राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय हेसापीढ़ी में प्रभारी प्रधानाध्यापक देवनारायण भगत पर मार्कशीट और विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र देने के बदले विद्यार्थियों से पैसे लेने का आरोप लगा है. कई अभिभावकों ने इस पर आपत्ति जतायी है. विद्यार्थियों ने बताया कि यह प्रथा कई वर्षों से चली आ रही है. बिना पैसे दिये प्रमाण पत्र मिलना मुश्किल हो गया है. यह मामला अब शिक्षा विभाग तक पहुंच चुका है. अभिभावकों का कहना है कि प्रत्येक छात्र से तीन से पांच सौ रुपये तक लिए जा रहे हैं. इस संबंध में जब प्रधानाध्यापक देवनारायण भगत से बात की गयी तो उन्होंने स्वीकार किया कि प्रत्येक छात्र से 300 रुपये लिए जा रहे हैं. इस पर अभिभावकों ने कहा कि यह पूरी तरह नियम के विरुद्ध है. सरकारी विद्यालयों में किसी भी विद्यार्थी से शुल्क नहीं लिया जा सकता. बावजूद इसके पैसे वसूले जा रहे हैं और प्रधानाध्यापक इसे स्वीकार भी कर रहे हैं. उनका कहना है कि अबुआ राज है, ऊपर तक खर्च करना पड़ता है. प्रभारी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी राजीव रंजन ने बताया कि शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. यदि आरोप सही पाये गये तो नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी. इस मामले को लेकर क्षेत्र में आक्रोश है.
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