कैरो. प्रखंड क्षेत्र में बीते एक सप्ताह से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. पहले बेमौसम ओलावृष्टि और अब लगातार तेज बारिश व आंधी-तूफान के कारण खेतों में खड़ी तैयार गेहूं की फसल बर्बाद हो गयी है. बालियां काली पड़ने लगी हैं और फसल की कटाई असंभव हो गयी है, जिससे किसान काफी परेशान हैं. किसानों की पीड़ा: किसानों चिंतामणि बैठा, आजाद खान, बीरेंद्र उरांव, शंकर राम, और साजिद खान का कहना है कि कुछ दिन पहले हुई ओलावृष्टि से फसल को भारी नुकसान हुआ था, लेकिन अब लगातार बारिश ने हालात और बिगाड़ दिये हैं. तेज हवाओं के कारण खेतों में पूरी तरह से तैयार गेहूं की फसल जमीन पर गिर गयी है, जिससे कटाई मुश्किल हो गयी है और बालियों में सड़न शुरू हो चुकी है. फल-सब्जियों को भी भारी क्षति: फलों और सब्जियों की खेती करने वाले किसान भी इस आपदा से अछूते नहीं रहे. महुवरी निवासी बसंत उरांव, गुड़ी की फुलमनी उरांव, और पचागाई के बबलू उरांव ने बताया कि इस बार आम और लीची के पेड़ों में अच्छा मंजर आया था, लेकिन समय से पहले आयी आंधी और बारिश ने फलों को झाड़ दिया और पौधों को भी नुकसान पहुंचाया है. किसानों को लाखों रुपये के नुकसान की आशंका है. किसानों की मांग: किसानों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि क्षतिग्रस्त फसलों का शीघ्र सर्वेक्षण कराया जाये और उचित मुआवजा दिया जाये. उनका कहना है कि अगर समय रहते राहत नहीं मिली, तो अगली फसल की तैयारी कर पाना भी मुश्किल हो जायेगा.
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