कुड़ू़ झुंड से बिछड़ा एक जंगली हाथी लगातार शहरी क्षेत्र में दहशत फैला रहा है. बुधवार देर रात कुड़ू शहरी क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में ग्रामीणों की रात भय और बेचैनी में गुजरी. हाथी ने कई मकानों और राजकीय बुनियादी विद्यालय कुड़ू को नुकसान पहुंचाया. ग्रामीण मशाल, लाठी, टॉर्च और डंडे लेकर हाथी को भगाने में जुटे रहे. बताया जाता है कि बुधवार शाम हाथी कुंदों जंगल से निकलकर कुंदों, गोली और जामुन टोली होते हुए मस्जिद मोड़ पहुंचा. वहां से आम बगान में प्रवेश करने के बाद हाथी को खदेड़ा गया तो वह विद्यालय परिसर में घुस गया. हाथी ने स्कूल की चहारदीवारी, दरवाजा, हैंडवॉश यूनिट और बच्चों के पीने के लिये लगाये गये पाइपलाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया. हाथी को विद्यालय से बाहर खदेड़ने के बाद वह रामनगर में शंकर बैठा, उमा देवी और शिव शंकर उरांव के घरों की चहारदीवारी को तोड़ते हुए मस्जिद चौक और बाजारटांड़ पहुंच गया. देर रात हाथी जामडी होते हुए खेतों के रास्ते गोली जंगल की ओर चला गया. इस दौरान वह कुड़ू थाना परिसर में घुसने ही वाला था, लेकिन पुलिस जवानों की तत्परता से उसे आगे बढ़ा दिया गया. हाथी को काबू में करने के लिए वन विभाग की ओर से कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है. लोगों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही से यह लगातार दूसरी बार है जब एक सप्ताह के भीतर हाथी ने शहरी क्षेत्र में प्रवेश कर उत्पात मचाया है. हाथी को भगाने के दौरान वन विभाग नदारद रहा, जिससे ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है.
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