लोहरदगा़ जिला प्रशासन लोहरदगा के तत्वावधान में सशक्त पंचायत-नेत्री अभियान के तहत महिला निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत उपायुक्त डॉ ताराचंद, उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत और जिला पंचायत राज पदाधिकारी अंजना दास ने दीप प्रज्वलित कर की. उपायुक्त डॉ ताराचंद ने कहा कि समाज के विकास के लिए महिलाओं का सशक्त होना अत्यंत आवश्यक है. डायन प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों को समाप्त कर ही एक जागरूक और उन्नत समाज की स्थापना संभव है. उन्होंने कहा कि गांवों में विकास योजनाओं के लिए अलग-अलग टास्क फोर्स बनाकर योजनाबद्ध कार्य करें. इसमें महिलाओं की भूमिका अहम होती है. उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने संवैधानिक अधिकारों का उपयोग करते हुए अपने क्षेत्र में संवेदनशील रहें. लोगों के सुख-दुख में सहभागी बनकर उनकी समस्याओं का समाधान करें. पंचायत स्तर पर योजनाओं को लागू करने के लिए वार्ड सदस्यों से परामर्श लें. साथ ही बीडीओ, सीओ और पंचायत सचिवों से समन्वय बनायें. उपायुक्त ने कहा कि अगर ठान लें तो पंचायत में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है. देश के विकसित पंचायतों की तरह अपने पंचायत को भी आगे लाने का प्रयास करें. पंचायत को विकसित करने के लिए तय सूचकांकों पर ध्यान दें. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों की नियमित निगरानी करें और उन्हें समय पर खुलवाना सुनिश्चित करें. उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने कहा कि महिला प्रतिनिधि अपने पंचायत के विकास में सक्रिय भूमिका निभायें. सभी विकास मापदंडों पर काम करें ताकि पंचायत राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सके. कार्यक्रम में जिला पंचायत राज पदाधिकारी अंजना दास, सभी महिला मुखिया, महिला वार्ड सदस्य, पंचायत राज के प्रखंड समन्वयक व अन्य अधिकारी उपस्थित थे. लोहरदगा : जिला प्रशासन लोहरदगा के तत्वाधान में सशक्त पंचायत-नेत्री अभियान के तहत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला के महिला निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ किया गया. कार्यक्रम की शुरूआत उपायुक्त डॉ तारांचद, उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत व जिला पंचायत राज पदाधिकारी अंजना दास द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर की गई. कार्यक्रम में उपायुक्त ने कहा कि समाज में महिलाओं का सशक्त होना बहुत जरूरी है.विकसित और जागरूक समाज के लिए गांवों में व्याप्त डायन प्रथा, बाल विवाह प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करना होगा. गांवों के विभिन्न विकास कार्यों के लिए अलग-अलग टास्क फोर्स गठित कर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें. इसमें महिलाओं की भूमिका बहुत अहम होती है. अपने क्षेत्र में संवेदनशील रहें और लोगों के सुख दुख में सहभागी होकर उनकी समस्याओं का निष्पादन करें. संवैधानिक पद पर होने के नाते महिलाओं को अनेकों अधिकार दिए गए हैं, उनका सदुपयोग करें. उपायुक्त ने कहा कि पंचायत स्तर पर योजनाओं को लागू करने के लिए अपने निचले स्तर के वार्ड सदस्यों से परामर्श अवश्य लें. साथ ही प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी और पंचायत सचिवों से आप अपने कार्यों से संबंधित कई जानकारी ले सकते हैं. अगर आप ठान लें तो पंचायत में सकारात्मक बदलाव आने से कोई रोक नहीं सकता है. आप देश के विकसित पंचायतों से प्रतियोगिता करें और अपने पंचायत को भी उस स्तर तक लाने का प्रयास करें. उपायुक्त ने कहा कि पंचायत को विकसित करने के कई सूचकांक निर्धारित हैं. आप सभी सूचकांकों को ध्यान में रखते हुए उस पर मेहनत करें तो आपका पंचायत सबसे उपर होगा.उपायुक्त ने कहा कि अपने क्षेत्र के आंगनवाड़ी केंद्रों पर नजर अवश्य रखें. साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रो का प्रतिदिन ससमय खुलवाना सुनिश्चित कराएं. उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह ने कहा कि आप अपने पंचायत के विकास में योगदान दें और पंचायत के विकास के लिए निर्धारित सभी मापदण्डों पर कार्य करें. कार्यक्रम में जिला पंचायत राज पदाधिकारी अंजना दास, सभी महिला मुखिया, सभी महिला वार्ड सदस्य, पंचायत राज के प्रखण्ड समन्वयक व अन्य उपस्थित थे.
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