लोहरदगा़ उपायुक्त डॉ ताराचंद ने पंचायत कर गोईठ कार्यक्रम के तहत जिले के पंचायतों के मुखियाओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया. सभी मुखिया ने अपने-अपने क्षेत्र में संचालित योजनाओं की स्थिति से अवगत कराया. उपायुक्त ने कहा कि गांव के समग्र विकास के लिए सामूहिक एवं समन्वित प्रयास आवश्यक हैं. उन्होंने किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए एफपीओ (कृषक उत्पादक संगठन) के गठन को जरूरी बताया. इससे किसान अपने उत्पाद का व्यवसाय कर सकेंगे और पूंजी निर्माण कर सकेंगे. उन्होंने एफपीओ का निबंधन कराने और सरकारी सहयोग का लाभ उठाने का भी निर्देश दिया. उपायुक्त ने डायन प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयास की अपील की. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की सूचना तुरंत प्रशासन को दें. प्लास्टिक व थर्मोकॉल का प्रयोग कम करने और स्वच्छ पर्यावरण बनाये रखने का आग्रह किया. उन्होंने मनरेगा जैसी रोजगार योजनाओं से गांव के युवाओं को जोड़कर पलायन रोकने की बात कही. पंचायतों को मिले अधिकारों का उपयोग करते हुए विकास कार्यों में सहभागिता बढ़ाने को कहा. हर-घर-नल-जल योजना के लाभुकों से जलकर वसूली के लिए समिति गठन करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने पीएम आवास योजना, मुख्यमंत्री माई योजना, केवाईसी, आधार और छात्रवृत्ति योजनाओं के लाभ दिलाने में मुखिया को सक्रिय भूमिका निभाने की बात कही. उन्होंने सभी योजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग करने, आंगनबाड़ी केंद्रों की निगरानी और गर्भवती महिलाओं का संस्थागत प्रसव सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया. उन्होंने बताया कि प्रत्येक बुधवार को सदर अस्पताल में विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए मेडिकल बोर्ड बैठती है. दिव्यांगजन को प्रमाण पत्र बनवाने में सहयोग करें. कार्यक्रम में कई पंचायतों के मुखिया शामिल हुए. मौके पर परियोजना निदेशक आइटीडीए सुषमा नीलम सोरेंग, एसडीओ अमित कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी अंजना दास समेत जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.
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