किस्को. किस्को प्रखण्ड क्षेत्र के हेसापीढ़ी में गरमा धान कि रोपनी में किसान जुट चुके हैं. बीते वर्ष बेहतर पैदावार के बाद इस वर्ष किसान गरमा धान की खेती को लेकर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. किसान गरमा धान की खेती के लिए रोपनी में जुट गये हैं. सुकरी नदी के सिंचित इलाके के किसान गरमा धान की खेती वृहद पैमाने में कर रहे हैं. किसानों का मानना है कि धान की खेती कर बेहतर पैदावार के साथ साथ एकमुश्त आमदनी हो जाती है.जिससे किसानों को बरसाती खेती करने में सहयोग मिलती है.बीते कुछ वर्षों में गरमा की खेती की ओर किसानों का झुकाव देखने को मिल रही है.हेसापीढ़ी,लावागाई,पतगेच्छा के दर्जनों किसानों द्वारा भारी मात्रा में गरमा धान कर रहे है.किसानों ने बताया कि गरमा धान की बिचड़ा लगभग किसानों का तैयार हो चुकी है.धान की रोपाई से पूर्व खेतों को भी लगभग किसानों ने तैयार कर रखी है.मार्च माह के अंतिम सप्ताह तक रोपनी लगभग संपन्न हो जायेगी. खरीफ धान फसल की खेती की तुलना में गरमा धान फसल का उत्पादन ज्यादा होता है. इसलिए किसान का झुकाव गरमा धान की खेती को लेकर देखने को मिल रही हैं. किसान ओमप्रकाश महतो,संजू महतो,सिरु उरांव,सुनील, रामा, राजेन्द्र, कार्तिक, रामप्रसाद उर्फ बंसी उरांव,मीणा उरांव,पडुवा उरांव,प्रवीण उरांव,संभु शर्मा,दुखा उरांव,कृष्णा महतो,छत्तीस उरांव,गुलन महतो,प्रभु महतो,रामकिशोर उरांव,व दर्जनों किसान गरमा की खेती कर रहे हैं.
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