लोहरदगा़ उपायुक्त डॉ ताराचंद की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में हुई. इसमें उपायुक्त ने स्वास्थ्य व पोषण से जुड़ी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए सभी प्रखंडों में एएनएम, सहिया, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका की संयुक्त टीम बनाने का निर्देश दिया ताकि जिले में पोषण और स्वास्थ्य जैसी जरूरी सुविधाएं आमजनों तक पहुंचायी जा सके. एनीमिया मुक्त भारत अभियान की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने विद्यालयों में बच्चों के एनीमिया के स्तर को कम करने को लेकर उठाये जा रहे कदमों पर चर्चा की. आयरन और फोलिक एसिड की दवा तय खुराक में नहीं दिये जाने पर संबंधित सीआरपी व बीआरपी को कारण बताओ नोटिस देने का निर्देश भी दिया गया. उपायुक्त ने कहा कि स्वास्थ्य व पोषण के इंडिकेटर्स सुधारने को लेकर स्वास्थ्य, समाज कल्याण और शिक्षा विभाग को मिलकर योजनाबद्ध कार्य करना होगा. उन्होंने निर्देश दिया कि सभी पोषक क्षेत्रों में पहली तिमाही में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) सुनिश्चित की जाये. गर्भवती महिलाओं की प्रसव से तीन सप्ताह पूर्व से मॉनिटरिंग की जाये ताकि सुरक्षित संस्थागत प्रसव सुनिश्चित हो सके. साथ ही महिलाओं को एएनसी और पोषण की जानकारी दी जाये. हीमोग्लोबिन की जांच कर समय पर उपचार का निर्देश भी दिया गया. स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा ताकि समय पर इलाज हो सके. प्रखंड स्तर पर नियमित बैठक कर योजनाओं की समीक्षा करने व पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य इंडिकेटर्स की मॉनिटरिंग करने का निर्देश प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया. बैठक में एमटीसी केंद्रों की स्थिति, टीबी, मलेरिया, कुष्ठ रोग, टीकाकरण आदि पर की समीक्षा कर दिशा- निर्देश दिये गये. बैठक में डीडीसी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, सिविल सर्जन डॉ राजू कच्छप, जिला शिक्षा अधीक्षक अभिजीत कुमार, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है