किस्को. लोहरदगा जिले के किस्को प्रखंड अंतर्गत बेठहठ पंचायत में जल नल योजना पूरी तरह से विफल होती नजर आ रही है. सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पा रही है. पंचायत के लवागाई समेत कई गांवों में जलमीनार अधूरी हालत में पड़ी हुई हैं और उनमें लगाये गये सिंटेक्स टैंक गायब हैं. कई जगह जलमीनारों को खोलकर वापस ले जाया जा रहा है, जिससे लोगों में आक्रोश है. सोलर पैनल बिना नट-बोल्ट के लगे हैं और आंधी-तूफान में उनके उड़ने की आशंका बनी रहती है. नल कनेक्शन का कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है, और जहां कनेक्शन हुआ भी है, वहां नल टूटे हुए हैं या पाइपलाइन फटी हुई है. पाइपलाइन जमीन के ऊपर बगैर गड्ढा खोदे बिछा दी गयी है, जिससे आये दिन वह क्षतिग्रस्त हो रही है और पानी सड़कों पर बह रहा है. अधिकांश जगहों पर पुराने बोरिंग से जोड़कर खानापूर्ति की गयी है, जिनमें से कई सूख चुके हैं या धंस चुके हैं. कई घरों में एक से अधिक कनेक्शन दिखाकर लक्ष्य पूरा बताया गया है, जबकि अधिकांश घर अब भी जल सुविधा से वंचित हैं. ग्रामीण नदी और कुएं का गंदा पानी पीने को मजबूर हो गये हैं. ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायत करने के बावजूद पीएचडी विभाग ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। वहीं, पीएचडी के जेई अमित ठाकुर का कहना है कि जलमीनार की मरम्मत व सिंटेक्स लगाने का निर्देश संवेदक को दिया जायेगा और जल्द ही कार्य पूरा कराया जायेगा. इस बीच, ग्रामीणों ने योजना में भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार की शिकायत करते हुए उच्च अधिकारियों से जांच की मांग की है. पंचायत में जल नल योजना सिर्फ दिखावे की वस्तु बनकर रह गई है, जिससे ग्रामीणों की प्यास नहीं बुझ पा रही है.
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