फोटो . इंदिरा गांधी चौक में स्थापित शिवलिंग फोटो.बनाया गया भव्य शिव मंदिर कुड़ू. इंदिरा गांधी चौक स्थित शिव मंदिर आज लोक आस्था का प्रमुख केंद्र बन चुका है. एक जून को नव निर्मित भव्य शिव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा. मान्यता है कि बाबा के दरबार में अर्जी लगाने वाले श्रद्धालुओं की सभी मन्नतें पूरी होती हैं. इस मंदिर का इतिहास अंग्रेजी शासन काल से जुड़ा है. उस समय एक शिव मंदिर का निर्माण तो हुआ था, लेकिन अंग्रेजी हुकूमत के भय से न तो पूजा हो पाती थी, न ही कोई पुरोहित सेवा दे पाता था. स्वतंत्रता के बाद बिड़ला शासन लागू हुआ और उनके मेनेजर को भगवान शिव ने स्वप्न में दर्शन दिये. इसके बाद पक्के मंदिर का निर्माण हुआ और 1949 में शिव मंदिर ट्रस्ट की स्थापना की गयी. ट्रस्ट में गौरीदत्त मंडेलिया, अवध बिहारी प्रसाद, शंकर दयाल प्रसाद आदि शामिल थे. सावन माह और महाशिवरात्रि पर यहां विशेष पूजा और आरती का आयोजन होता है। 1980 के बाद मंदिर की महिमा फैलनी शुरू हुई. 2012 में शहरी क्षेत्र के श्रद्धालुओं की बैठक में भव्य मंदिर निर्माण की योजना बनी, जिसे बिड़ला ग्रुप के तत्कालीन जीएम ने साकार किया. दो माह पूर्व मंदिर निर्माण पूर्ण हुआ और भव्य कलश यात्रा के साथ प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न हुआ. आज यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत का गौरव भी है.
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