लोहरदगा़ सदर प्रखंड के नगड़ा गांव की पहुंच पथ बीते एक दशक से पूरी तरह जर्जर है. नगड़ा से इरगांव जाने वाली करीब तीन किलोमीटर लंबी यह मुख्य सड़क नगड़ा को लोहरदगा से जोड़ती है, जो चोगड़े मोड़ तक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है. इस मार्ग पर चलना जान जोखिम में डालने के बराबर है. स्थानीय छात्राओं शिल्पी कुमारी, बुधमनीया उरांव और शांति कुमारी ने बताया कि सड़क सही रहने पर 15 मिनट में स्कूल पहुंचा जा सकता है. लेकिन वर्तमान में सड़क में बने गड्ढों और उनमें भरे पानी के कारण यह सफर 40 मिनट में तय हो रहा है. कीचड़ और पानी की छींटों से कपड़े खराब होने पर कई बार उन्हें घर लौटना पड़ता है. लगातार बारिश के कारण कपड़े सूख भी नहीं पाते, जिससे अगला दिन भी स्कूल छूट जाता है. छात्राओं के पास अतिरिक्त ड्रेस नहीं होने से परेशानी और बढ़ जाती है. ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से सड़क की मरम्मत नहीं हुई है. चुनाव के समय नेताओं द्वारा आश्वासन जरूर दिया जाता है लेकिन उसके बाद कोई ध्यान नहीं देता. सरकार की घोषणाएं भी सिर्फ कागजों पर रह जाती हैं. सबसे अधिक परेशानी गर्भवती महिलाओं और गंभीर मरीजों को होती है, जिन्हें इसी जर्जर रास्ते से अस्पताल ले जाया जाता है. ग्रामीणों ने प्रशासन से इस सड़क की शीघ्र मरम्मत की मांग की है.
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