कुड़ू . कुड़ू (लोहरदगा)। थाना क्षेत्र के टाटी-कैरो मुख्य पथ पर स्थित टाटी स्थायी पौधशाला के समीप शनिवार की शाम दिन के उजाले में यूकेलिप्टस के दो विशालकाय पेड़ काट लिए गए और वन विभाग को भनक तक नहीं लगी. पांच से सात फीट मोटाई वाले इन पेड़ों की कटाई तेज बारिश के दौरान की गयी, जब आमतौर पर लोग घरों में होते हैं. चश्मदीद ग्रामीणों के अनुसार, लगभग पांच बजे तीन लकड़ी तस्कर मजदूरों को लेकर आए और बारिश का फायदा उठाते हुए सड़क किनारे मौजूद पेड़ों को काट डाला. एक पेड़ की मोटाई करीब पांच फीट और दूसरे की तीन फीट बतायी जा रही है. कटाई के दौरान पेड़ों के गिरने से टाटी-कैरो विद्युत लाइन का तार भी टूट गया. घटना के बाद जब कुछ स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे, तब तक तस्कर फरार हो चुके थे. हालांकि घटना की सूचना वन विभाग कुड़ू को दी गयी, लेकिन विभाग के किसी भी कर्मी ने शाम या रात में मौके पर पहुंचने की जरूरत नहीं समझी. तस्कर रात को मशीन और वाहन लेकर लौटे और कटे पेड़ों की मोटी डालियों को उठा ले गये. गंभीर सवाल उठे इस घटना ने वन विभाग की कार्यशैली और तत्परता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इतने बड़े पेड़ बिना विभाग की मिलीभगत के दिनदहाड़े नहीं काटे जा सकते. ना ही बिना डर के मशीनों से ढुलाई संभव है. वन विभाग और पुलिस की प्रतिक्रिया कुड़ू वन क्षेत्र के प्रभारी वनपाल विपिन टोप्पो ने कहा कि उन्हें पेड़ काटे जाने की सूचना मिली है, लेकिन डालियों की चोरी की जानकारी नहीं थी. वहीं थाना प्रभारी मनोज कुमार का कहना है कि मामला वन विभाग का है, और विभाग ने कोई लिखित सूचना नहीं दी है. अगर आवेदन मिलेगा तो जांच कर कार्रवाई की जायेगी. ग्रामीणों की मांग ग्रामीणों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की अपेक्षा जतायी है. उनका कहना है कि यदि ऐसी घटनाओं पर लगाम नहीं लगी, तो जंगल और पर्यावरण दोनों को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा.
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