चितरपुर.चितरपुर बाजार टांड़ स्थित जलमीनार में गेट वॉल्ब खराब होने से पिछले आठ दिनों से पेयजलापूर्ति व्यवस्था ठप है. वहीं, कई सोलर जलमीनार खराब हैं और अधिकतर कुएं का जलस्तर भी कम हो गया है. इससे क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकार है. कई लोगों के घरों में नहाने, धोने तो दूर पीने तक का पानी नहीं है. दिन भर लोग धूप में पानी की जुगाड़ में इधर – उधर भटक रहे हैं. लोगों को सोने से पहले और उठने के बाद सिर्फ पानी की चिंता सता रही है. लोग पानी खरीदने को मजबूर हो गये हैं. बताया जाता है कि भैरवी नदी से पाइप के माध्यम से चितरपुर रजरप्पा मोड़ एवं बाजारटांड़ स्थित जलमीनार में पानी पहुंचाया जाता है. इसके बाद यहां से चितरपुर, सांडी, मारमंगरचा, मायल, सोंढ़, नावा बगीचा, तेबरदाग आदि गांवों में पेयजलापूर्ति की जाती है. बाजार टांड़ स्थित जलमीनार में 350 एमएम का गेट वॉल्ब खराब हो गया है. इससे पेयजलापूर्ति व्यवस्था ठप रहने से इन गांवों के लगभग 25 हजार से अधिक लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. ग्रामीणों का कहना है एक महीना पहले भी गेट वॉल्ब खराब हो गया था. अब पुनः आठ दिनों से गेट वॉल्ब खराब है. आठ दिनों में भी गेट वॉल्ब को नहीं बदला जाना विभागीय उदासीनता को दर्शाता है. लोगों का कहना है कि विभाग की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. आठ दिनों में भी गेट वॉल्ब नहीं बदलना दुर्भाग्य की बात है. इससे ग्रामीणों में विभाग के प्रति रोष है. विभाग के सुपरवाइजर शंकर महतो ने बताया कि गेट वॉल्ब ट्रांसपोर्टिंग में है. जैसे ही गेट वॉल्ब पहुंचता है, तुरंत लगा कर पेयजलापूर्ति शुरू कर दी जायेगी.
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