रामगढ़. पुराना डेली मार्केट, रामगढ़ में मंगलवार को शिबू सोरेन के निधन होने पर फाउंडेशन ने शोक सभा की. वक्ताओं ने कहा कि दिशोम गुरु ने झारखंड के निर्माण में जो योगदान दिया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है. शोक सभा की अध्यक्षता फाउंडेशन के अध्यक्ष रामदेव प्रसाद ने की. मौके पर संदीप कुमार, अभिमन्यु प्रसाद कुशवाहा, राजकुमार कुशवाहा, हरेंद्र महतो, कपिल प्रियदर्शी, सावन कुमार, धनु प्रसाद, अमित कुमार, अंकित कुमार, बलराम प्रसाद कुशवाहा, घनश्याम महतो, बसंत कुमार कुशवाहा, संतोष कुमार, प्रदीप, श्याम नंदन सिंह, मो जहीर, नरेश कश्यप, कैलाश कुमार, माला महतो, गौतम महतो, गोपाल महतो, संजय, रोहित महतो, संतलाल महतो, राजेश कुमार, कालेश्वर महतो, रितु लाल, सीताफल महतो, चित्र महतो, ब्रजेश्वर उपस्थित थे. भाकपा -माले कार्यालय में दी गयी श्रद्धांजलि
रामगढ़. भाकपा -माले जिला कार्यालय में मंगलवार को कार्यकर्ताओं ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी. मौके पर भाकपा माले रामगढ़ जिला कमेटी के सचिव हीरा गोप, भुनेश्वर बेदिया, नरेश बड़ाइक, देवकीनंदन बेदिया, लाली बेदिया, सरयू बेदिया, पवन कुमार यादव, सरयू बेदिया, अमल कुमार, नागेश्वर मुंडा, लालकुमार बेदिया, उमेश गोप, देवानंद गोप, बाटेश्वर मुंडा, सुनंदा देवी, ललिता देवी, सुनीता देवी, रीना मरांडी, फूलमनी देवी मौजूद थे. वक्ताओं ने कहा कि शिबू सोरेन ने महाजनी सूदखोरों के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए 1970 के दशक में झारखंड अलग राज्य की आंदोलन की शुरुआत की थी. झारखंड राज्य आंदोलन के अंतिम पुरोधा शिबू सोरेन के निधन से झारखंड राज्य को काफी नुकसान हुआ है. उनके संघर्ष से हमेशा झारखंड वासी प्रेरणा लेते रहेंगे.
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