रामशोभा कॉलेज ऑफ एजुकेशन में हूल दिवस मनाया गया रामगढ़. रामशोभा कॉलेज ऑफ एजुकेशन में सोमवार को हूल दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत झारखंड के वीर सिदो-कान्हू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर की गयी. महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ ज्योति वालिया ने कहा कि संताल हूल आंदोलन महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना थी. यह विद्रोह 1855-56 में बिहार के संताल परगना क्षेत्र में शुरू हुआ था. इसका नेतृत्व सिदो-कान्हू, चांद-भैरव व फूलो-झानो ने किया था. यह विद्रोह आदिवासियों के अधिकारों की लड़ाई का प्रतीक बन गया. आइक्यूएसी अभिषेक कुमार पांडेय ने कहा कि हूल दिवस हमें आदिवासी समाज के साहस की याद दिलाता है. ऐतिहासिक संताल क्रांति से जुड़े इस विशेष अवसर पर सिदो-कान्हू, चांद-भैरव व फूलो-झानो के साथ उन सभी वीर-वीरांगनाओं को नमन व वंदन है. इस दौरान बीएड प्रशिक्षुओं ने गीत प्रस्तुत किया. धन्यवाद ज्ञापन सहायक व्याख्याता अनिल कुमार प्रजापति ने दिया. मंच संचालन सहायक व्याख्याता प्रज्ञा आदित्य ने किया. मौके पर रामशोभा के विद्यार्थी मौजूद थे.
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