उरीमारी. सौंदा बस्ती व सरैया टोला के ग्रामीणों के आंदोलन के कारण सयाल डी कोलियरी में कामकाज लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी ठप रहा. अब तक कुल चार बार वार्ता विफल हो चुकी है. ग्रामीण हेवी ब्लास्टिंग, खदान में काम करने वाले मजदूरों का वेतन भुगतान, गांवों के विकास आदि मुद्दों पर बुधवार सुबह आठ बजे से आंदोलन पर डटे हैं. प्रबंधन सोमवार तक का समय मांग रहा है, लेकिन ग्रामीण इसके लिए तैयार नहीं हुए. ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार प्रबंधन द्वारा केवल आश्वासन देकर ग्रामीणों को ठगने का काम किया जाता रहा है. इसलिए प्रबंधन की बातों पर अब भरोसा नहीं किया जा सकता है. आंदोलन के कारण आउटसोर्सिंग कंपनी के वाहन खड़े रहे. कोयला ढुलाई नहीं हो सका. साइडिंग में कोयला नहीं पहुंचने से रैक लोडिंग भी प्रभावित हुआ है. कामकाज बंद रहने से प्रबंधन को अब तक करोड़ों रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. आंदोलन में अंबर कुमार, दयानंद प्रसाद, हरिनारायण प्रसाद, अमित कुमार, अखिलेश प्रसाद, श्रीकांत प्रसाद, अरुण प्रसाद, चक्रधर प्रसाद, हरिहर प्रसाद, बंधु करमाली, रूपेश कुमार, सोनू कुमार, पवन साव, जेकेश करमाली शामिल हैं.
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