सलाउद्दीन, रामगढ़. रामगढ़ डीएस काॅम्पलेक्स स्थित प्रभात खबर कार्यालय में मंगलवार को प्रभात खबर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें रामगढ़ छावनी परिषद के आइडीइएस अनंत आकाश ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार रामगढ़ छावनी क्षेत्र में बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर समेत चार तल्ला भवन निर्माण की स्वीकृति का आदेश शीघ्र जारी होने वाला है. वार्ड नंबर सात और आठ के कुछ क्षेत्रों में नक्शा स्वीकृत कर मकान बनाने की भी इजाजत मिलेगी. छावनी परिषद कार्यालय के बगल में बृहद सामुदायिक भवन और फुटबॉल मैदान में स्टेडियम का डीपीआर बन कर तैयार है. नया बस स्टैंड की 16 दुकानें व प्रथम तल्ला के हॉल भी आवंटित किये जायेंगे. छावनी परिषद को बस स्टैंड हैंडओवर कर दिया गया है. रामगढ़ छावनी परिषद क्षेत्र 37 स्क्वॉयर किलोमीटर व 10 हजार एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है. रामगढ़ शहर के सभी हृदय स्थली क्षेत्र छावनी परिषद के अंतर्गत आते हैं. अनंत आकाश 2015 बैच के सिविल सर्विस के आइडीइएस अधिकारी हैं. वह उत्तराखंड रूढ़की कैंट बोर्ड के सीइओ, बैरकपुर वेस्ट बंगाल छावनी परिषद के सीइओ और रक्षा संपदा अधिकारी गुजरात मंडल के डीइओ के पद पर कार्य करने के बाद रामगढ़ छावनी परिषद में सेवा दे रहे हैं. अनंत आकाश ने संवाद कार्यक्रम में छावनी परिषद की नयी योजनाएं और कार्यप्रणाली की पूरी जानकारी दी. छावनी के करोड़ों रुपये सरकार के पास बकाये : छावनी परिषद का सर्विस टैक्स रेलवे विभाग पर 70 करोड़, राज्य सरकार के पुलिस विभाग के पास 74 लाख 44 हजार, पंजाब रेजिमेंट सेंटर व सिख रेजिमेंट सेंटर के पास लगभग 40 करोड़, राज्य सरकार के अन्य विभागों के पास 91 लाख का बकाया है. नियमित सर्विस टैक्स छावनी परिषद को मिलेगा, तो 126 करोड़ के वार्षिक बजट में अतिरिक्त राशि की वृद्धि के साथ रामगढ़ के सभी मास्टर प्लान पूरा करने में विभाग सक्षम होगा. बढ़ती आबादी के अनुरूप सभी कार्यों को कराने के लिए बजट अपर्याप्त : 2011 की जनगणना के अनुसार, छावनी परिषद क्षेत्र की आबादी 88 हजार थी. यह 14 साल में बढ़ कर लगभग दो लाख पहुंच गयी है. 10 हजार एकड़ के पूरे क्षेत्रफल में सफाई, ड्रेनेज, सड़क, स्ट्रीट लाइट, पार्क, अस्पताल, आठ स्कूल समेत सभी कार्य कराये जा रहे हैं. 180 स्थायी कर्मी और लगभग 300 ठेका कर्मी हैं. छावनी का वार्षिक बजट 126 करोड़ का है. छावनी परिषद सीएफसी फंड, डीएमएफटी फंड, सर्विस टैक्स व अन्य श्रोतों से प्राप्त राशि से कार्यों को पूरा कराती है. बढ़ती आबादी के अनुरूप सभी कार्यों को कराने के लिए बजट अपर्याप्त है. छावनी परिषद में भवन निर्माण का नक्शा नये मापदंडों के अनुसार स्वीकृत होगा : छावनी परिषद का नगर परिषद में स्थानांतरण की प्रक्रिया जारी है. कई प्रस्ताव पर केंद्र व राज्य सरकार को निर्णय लेना है. स्थानांतरण प्रक्रिया से अलग छावनी बोर्ड ने कई महत्वपूर्ण निर्णय सरकार को भेजा है. टेरी गाइडलाइन और जीओसीआइएनसी के तहत आर्मी कमांडर 1941 के निर्णय पर छावनी परिषद बोर्ड ने अहम फैसला लिया है. 1941 में यह प्रस्ताव पारित किया गया था कि छावनी परिषद के कुछ क्षेत्रों में किसी प्रकार का कोई नया निर्माण कार्य नहीं होगा. इसके तहत वार्ड नंबर सात व आठ के क्षेत्र में जो भी निर्माण कार्य हुए हैं, वह असंवैधानिक हैं. वर्तमान में घनी आबादी मौजूद है. यहां हजारों निर्माण नये हो गये हैं. इसके लिए 1941 के निर्णय में संशोधन करा कर नियम परिनियम के तहत सभी निर्माण कार्यों की स्वीकृति लेने का आदेश जारी हो सकता है. इसी तरह छावनी परिषद क्षेत्र में भवन नक्शा पास कराने में भी कई प्रतिबंध थे. टेरी गाइडलाइन के अनुसार, बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर के बाद चार तल्ला तक निर्माण कार्य के लिए प्रस्ताव पारित कराया जा रहा है. इसके बाद लोगों को नये नक्शे नये मापदंड के अनुसार छावनी परिषद से स्वीकृत होने लगेंगे. रामगढ़ मेन रोड का होगा कायाकल्प : रामगढ़ टायर मोड़ से रांची रोड तक पुराना एनएच 33, वर्तमान में स्टेट हाइवे रोड की मरम्मत का प्रस्ताव झारखंड सरकार के सड़क विभाग को भेजा गया है. सड़क चौड़ीकरण, डिवाडर, स्ट्रीट लाइट, ड्रेनेज सिस्टम, जेबरा क्रॉसिंग समेत सभी कार्य होने हैं. राज्य सरकार से प्रस्ताव स्वीकृत होते ही काम शुरू हो जायेगा. लगभग 10 किलोमीटर ड्रैनेज बनाये गये हैं, लेकिन अभी लगभग 10 किलोमीटर और बनाने की जरूरत है. इसके बाद ही शहर के मुहल्लों में पानी जमाव खत्म होगा. छावनी स्कूल व हॉस्पिटल होंगे अपग्रेड : छावनी परिषद के एक हॉस्पिटल व आठ स्कूल संचालित हैं. शहर के सुभाष चौक स्थित बालिका विद्यालय की कक्षा आठ तक है. इसे मैट्रिक तक करने की योजना है. छावनी हॉस्पिटल में पैथोलॉजी में 65 टेस्ट कराये जायेंगे. एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड की सुविधा होगी. एनआइसीयू वार्ड भी जल्द कार्य करेगा. तालाब व पार्क की बढ़ेंगी सुविधाएं : शहर के बिजुलिया तालाब और ब्रिगेडियर पुरी पार्क की सुविधाएं बढ़ायी जायेंगी. तालाब के चारों ओर लाइट, व्यायामशाला और हरियाली होगी. इसके लिए डीएमएफटी फंड से कार्य योजना तैयार की गयी है. धंधार पोखर की भी सफाई करायी जायेगी.
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