भदानीनगर. कोयलांचल क्षेत्र की रेलवे साइडिंग हमेशा से अपराधियों के निशाने पर रही है. जब भी कोई नया आपराधिक गुट क्षेत्र में अपनी पैठ जमाने की कोशिश करता है, तो उसका सॉफ्ट टारगेट रेलवे साइडिंग ही होता है. लंबे अरसे के बाद हाल के दिन में कोयलांचल क्षेत्र में रेलवे साइडिंग में फायरिंग की घटना तेजी से बढ़ी है. इसका कारण क्षेत्र में कई नये आपराधिक गुटों की इंट्री है. शुक्रवार को भुरकुंडा रेलवे साइडिंग में गोली चालन की घटना भी इसी का हिस्सा माना जा रहा है. इसी पैटर्न पर पिछले दो-तीन माह के अंदर नये गुटों ने पतरातू व उरीमारी रेलवे साइडिंग में भी फायरिंग की घटना को अंजाम दिया है. इसके बाद उनकी सेटिंग-गेटिंग हो गयी. इसी पैटर्न पर वह भुरकुंडा रेलवे साइडिंग में भी अपनी सेटिंग चाहते हैं. यही वजह है कि शुक्रवार की घटना की जिम्मेवारी दो गुट एक साथ ले रहे हैं. सोशल मीडिया के जरिये अमन साहू गैंग के आजाद व राहुल दुबे गैंग के राहुल दुबे ने जिम्मेवारी ली है. नवंबर व जनवरी में मिली थी धमकी : साइडिंग संचालक को बीते नवंबर व जनवरी महीने में धमकी मिली थी. अपराधी पर्चा छोड़ कर अपना काम करना चाह रहे थे. इस कड़ी में अपराधियों ने रेलवे स्टेशन के सामने वाली साइडिंग की दीवार पर पर्चा चिपकाया था. जनवरी में साइडिंग के मुख्य द्वार पर अपराधी पर्चा छोड़ गये थे, लेकिन दोनों बार पर्चे को महत्व नहीं दिया गया. सबसे सुरक्षित है भुरकुंडा साइडिंग : रामगढ़ जिले की सभी रेलवे साइडिंग में से सबसे सुरक्षित साइडिंग भुरकुंडा को माना जाता है. इसका सटीक कारण भी है. साइडिंग के मुख्य द्वार के ठीक सामने सड़क के दूसरी ओर भदानीनगर थाना स्थित है. इस थाने में वाच टावर भी है. इसमें संतरी ड्यूटी का भी प्रावधान है. इसलिए वर्षों से यह साइडिंग चल रही है, लेकिन इस घटना ने अब थाने की सक्रियता पर भी प्रश्न खड़ा कर दिया है. अपराधियों का बढ़ा मनोबल बना चुनौती : कोयलांचल का इतिहास रहा है कि बड़े से बड़े गुट के अपराधी भी पुलिस का सामना करने से कतराते थे. वे अपराध के लिए सेफ जोन तलाशते थे, ताकि सांप भी मर जाये और लाठी भी न टूटे. इस बार पुलिस की मांद में घुस कर अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया. अपराधियों की यह धमक साइडिंग संचालकों के लिए कम, पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. नहीं मिली थी धमकी, अज्ञात पर हुआ केस : गोलीकांड में बाल-बाल बचे साइडिंग संचालक भोला यादव ने घटना के बाद भदानीनगर ओपी में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. भोला यादव ने बताया कि किसी भी आपराधिक गुट ने रंगदारी के लिए उन्हें कोई धमकी नहीं दी थी. हालांकि, पुलिस इस बात से सहमत नहीं है. वह सोशल मीडिया पर ली जा रही जिम्मेवारी को आधार मानकर अपनी जांच को दिशा देने में जुटी है. खंगाला जा रहा चौक-चौराहों का सीसीटीवी : घटना के बाद अपराधियों का पता लगाने व पकड़ने के लिए पुलिस की टीम गठित हुई है. क्षेत्र के विभिन्न रास्तों व चौक-चौराहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज को पुलिस की टीम खंगाल रही है. सुंदरनगर व पटेल नगर के रास्तों पर विशेष फोकस है. इसी रास्ते से होकर अपराधियों के भागने की चर्चा थी. पुलिस मामले में टेक्निकल सेल की भी मदद ले रही है.
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