भुरकुंंडा. किन्नी गांव स्थित शिव मंदिर प्रांगण में सोमवार को विस्थापित प्रभावित संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई. अध्यक्षता मुखिया किरण देवी ने की. बैठक में पीवीयूएनएल कंपनी की मनमानी पर रोष व्यक्त किया गया. कंपनी के खिलाफ 30 अप्रैल से प्रस्तावित आंदोलन की तैयारियों पर चर्चा की गयी. मोर्चा के वरिष्ठ प्रतिनिधि कुमेल उरांव ने कहा कि 22 जनवरी मोर्चा व कंपनी के बीच विधायक रोशनलाल चौधरी की मौजूदगी में लिखित समझौता हुआ था, लेकिन दुखद पहलू है कि कंपनी उसे समझौते को लागू करने के बजाय फूट डालो राज करो की नीति पर आगे बढ़ रही है. कंपनी के इस रवैये से विस्थापित प्रभावित ग्रामीणों का रोष बढ़ता जा रहा है. श्री उरांव ने कंपनी को डेडलाइन देते हुए कहा कि यदि कंपनी ने 29 अप्रैल तक मोर्चा से वार्ता नहीं की, तो 30 अप्रैल से मोर्चा का अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू हो जायेगा. आंदोलन में करीब तीन दर्ज गांव के लोग शामिल होंगे. श्री उरांव ने कहा कि डैम से विस्थापित हुए गांवों को यदि प्राथमिकता नहीं मिली, तो कंपनी के लिए डैम का पानी रोक दिया जायेग. कंपनी हेसला पाइपलाइन व कटिया टाउनशिप के समझौते को भी तत्काल लागू करे. बलकुदरा छाई डैम के विस्थापितों को मुआवजे का भुगतान करे. बैठक में मोर्चा के अध्यक्ष आदित्य नारायण प्रसाद, कुमेल उरांव, राजाराम प्रसाद, शिवप्रसाद मुंडा, भवानी गोप, प्रदीप महतो, भुनेश्वर महतो, किशोर कुमार महतो, अर्जुन कुमार यादव, समीर कुमार, हेमंत कुमार, मंगरु राम, राकेश मुंडा, अनीशा तिर्की, डांगी देवी, किशोर कुमार महतो, पारो देवी, नीतू देवी, संजय करमाली, लालधारी गोप, महादेव मुंडा, बलदेव महतो, कार्तिक महतो, सिकंदर उरांव, राजकुमार मुंडा, मनोज मुंडा उपस्थित थे.
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