संवाददाता, साहिबगंज. सदर अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर पैसा लेने और ऑपरेशन नहीं कर भगा देने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को प्रभारी डीसी सह डीडीसी सतीश चन्द्रा को पीड़िता ने इसकी शिकायत ज्ञापन सौंपकर की है. ज्ञापन में बरहेट संथाली की पीड़िता विधवा सुकुम देवी ने बताया कि बच्चेदानी में समस्या के चलते उसे पेट में दर्द रहता था. डॉक्टर ने ऑपरेशन की सलाह दी. इस बीच पता चला कि सदर अस्पताल साहिबगंज में 25 जुलाई को एनजीओ की तरफ से मुफ्त ऑपरेशन होगा. 25 जुलाई को सुबह 10 बजे वह सदर अस्पताल पहुंची तो आधार और आयुष्मान कार्ड लेकर उसका अंगूठा लिया गया. इसके बाद सदर अस्पताल में ही खून की जांच की गई औयी कहा गया कि अल्ट्रासाउंड बाहर से कराकर लाना होगा क्योंकि सदर अस्पताल साहिबगंज में अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध नहीं है. तब वह झुमावती हॉस्पिटल से अल्ट्रासाउंड कराकर आई. खून की जांच और अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट जमा करने के बाद करीब 4 बजे शाम को ऑपरेशन के लिए बेड पर लिटा दिया गया और 15,000 रुपये मांगे गए. मजबूरी में रुपये देने पड़े. इसके बाद ऑपरेशन की प्रक्रिया शुरू की गई, इतने में बाहर उसका भाई और जीजा रुपये के संबंध में बोलने लगे. हल्ला-गुल्ला होने पर उसे बेड से उठा दिया गया और उसका ऑपरेशन नहीं किया गया. इसके बाद उसे सदर अस्पताल से भगा दिया गया. 15,000 रुपये भी वापस नहीं किए गए. 25 जुलाई को जिन लोगों का ऑपरेशन किया गया, सभी से 15,000 रुपये लिए गए. पीड़िता ने रुपये वापस दिलाने और सदर अस्पताल में ऑपरेशन कराने की गुहार लगाई है. वहीं डीडीसी ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है. उधर डीएस डॉ. देवेश कुमार ने ऐसी घटना से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसी घटना घटी है तो कार्रवाई की जाएगी.
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