प्रतिनिधि, बोरियो. प्रखंड के बिशनपुर पंचायत के बड़ा बनगामा और मुर्गाबनी गांव के बीच पक्की सड़क नहीं है, जिससे बरसात के दिनों में ग्रामीणों का चलना दूभर हो जाता है. बारिश होने के बाद घुटने भर कीचड़ होकर गुजरना होता है. ग्रामीणों ने सड़क निर्माण को लेकर कई बार गुहार लगायी, लेकिन हालात नहीं बदले. पक्की सड़क नहीं होने से बड़ा बनगमा और मुर्गाबनी के साथ बिशनपुर प्रधान टोला, पोखरिया संथाली, पोखरिया पहाड़, ढंगीपुर, किताझोर, दुमकी, सुअरमारी, गरापानी सहित अन्य गांव के ग्रामीणों को परेशानी होती है. लोगों को कई किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता है. कच्ची और कीचड़मय सड़क होने से वाहनों का परिचालन बंद हो जाता है. इसी कच्ची सड़क से कीचड़मय रास्तो से गुजर कर बच्चे विद्यालय पहुंचते हैं. शिक्षक को भी विद्यालय तक किसी तरह पैदल चलकर विद्यालय पहुंचना पड़ता है. वोट बहिष्कार के आंदोलन के बाद मिला था आश्वासन, नहीं सुधरी स्थिति पक्की सड़क की मांग को लेकर विधानसभा चुनाव के पूर्व आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों ने 14 अक्टूबर 2024 को डुगडुगी बजाकर वोट बहिष्कार का ऐलान किया था. ग्रामीणों ने रोड नही तो, वोट नहीं का नारा दिया था. इसके बाद बीडीओ नागेश्वर साव ने बताया था कि एनआरइपी एवं आरइओ द्वारा मापी हो जाने व विभागीय स्वीकृति मिलने की जानकारी दी थी. साथ ही जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू हो जाने का भरोसा दिलाया था. लेकिन, आठ माह गुजरने के बाद भी ग्रामीणों के लिए परेशानी जस की तस है. क्या कहते हैं बीडीओ सूचना जिले के वरीय अधिकारियों को दे दी गयी है. जल्द सड़क का निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा. नागेश्वर साव, बीडीओ
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