Azamgarh News: मंडलीय अस्पताल की अव्यवस्थाओं का वीडियो सामने आते ही मचा हड़कंप, टीबी का मरीज बिना बिस्तर के ज़मीन पर बैठा मिला, ऑक्सीजन मास्क लगाए हाल बेहाल हालत में. विपक्ष ने स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर योगी सरकार को घेरा.
आजमगढ़ के जिला मंडलीय चिकित्सालय की एक चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है, जहां एक गंभीर रूप से बीमार टीबी मरीज जमीन पर ऑक्सीजन मास्क लगाए बैठा मिला. इस दृश्य का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसने पूरे स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. विपक्ष ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है, वहीं अस्पताल प्रशासन सफाई देने में जुट गया है.
वायरल वीडियो ने खोली स्वास्थ्य विभाग की पोल
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो किसी आम मरीज का नहीं, बल्कि टीबी जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे व्यक्ति का है, जो अस्पताल के भीतर जमीन पर बैठा दिख रहा है. सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि मरीज को ऑक्सीजन मास्क तो पहनाया गया, लेकिन उसके लिए कोई बिस्तर उपलब्ध नहीं कराया गया. यह दृश्य लोगों की आंखों में सवाल और व्यवस्था पर अविश्वास भरने वाला था.
अखिलेश यादव ने उठाए तीखे सवाल
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस वीडियो को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा करते हुए सीधा योगी सरकार को घेरा. उन्होंने लिखा…
“स्वास्थ्य मंत्री जी को ये मरीज दिख रहा है क्या?”
अखिलेश यादव ने इस पोस्ट के साथ सरकार की स्वास्थ्य नीतियों और ज़मीनी हकीकत के बीच के अंतर को उजागर करने की कोशिश की. उनके ट्वीट ने इस मामले को और ज्यादा सुर्खियों में ला दिया.
कौन है मरीज, कब हुआ भर्ती?
जानकारी के मुताबिक वायरल वीडियो में दिख रहा मरीज आजमगढ़ के तरवां क्षेत्र का निवासी राजू है. राजू टीबी की बीमारी से ग्रस्त है और उसे 17 जुलाई को आजमगढ़ मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसकी स्थिति को देखते हुए उसे तुरंत ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया. मगर हालात ऐसे बन गए कि वह ज़मीन पर ही बैठने को मजबूर हो गया.
अस्पताल प्रशासन की सफाई – ‘शौच के कारण नीचे बैठा था मरीज’
मंडलीय अस्पताल के एसआईसी डॉ. ओम प्रकाश सिंह ने वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि मरीज को चेस्ट इन्फेक्शन था और उसे ऑक्सीजन दिया गया था. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मरीज ने बिस्तर पर ही शौच कर दिया था, जिस वजह से वह खुद नीचे उतरकर अपनी पत्नी का इंतजार कर रहा था. इसी दौरान किसी ने उसका वीडियो बना लिया.
गोपनीयता का उल्लंघन, सिस्टम इंचार्ज को नोटिस
चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि इस तरह से किसी मरीज का वीडियो बनाना उसकी निजी गोपनीयता का उल्लंघन है. यह बेहद गैर-जिम्मेदाराना और अनैतिक कृत्य है. इस मामले में सिस्टम इंचार्ज को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा गया है. साथ ही सवाल उठाया गया है कि अंदर कोई व्यक्ति वीडियो बना ही कैसे सकता है?
मरीज को शिफ्ट किया गया, जरूरत पड़ने पर रेफर करने की बात
प्रशासन ने बताया कि मरीज को अब टीबी वार्ड के दूसरे बेड पर शिफ्ट कर दिया गया है और उसकी देखभाल के लिए दो डॉक्टरों की टीम तैनात कर दी गई है. यदि उसकी स्थिति में सुधार नहीं होता, तो उसे किसी उच्च चिकित्सा संस्थान में रेफर कर दिया जाएगा.