BAHRAICH NEWS: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक हृदय विदारक घटना ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया, जब एक गृह प्रवेश कार्यक्रम के दौरान सिलेंडर से गैस रिसाव के चलते आग लग गई. इस भीषण हादसे में महिलाओं और बच्चों सहित कुल 11 लोग झुलस गए. इनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है.
गृह प्रवेश की तैयारी बनी हादसे की वजह
यह दर्दनाक घटना बौंडी थाना क्षेत्र के गांव सिपहिया चारी की है, जहां देशराज यादव के घर गृह प्रवेश का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. परिवार में उत्सव का माहौल था, लोग भोजन की तैयारी में जुटे थे. लेकिन किसे पता था कि चंद पलों में खुशियाँ मातम में बदल जाएंगी.
खाना बनाते समय गैस लीक, फिर लगी आग
अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि खाना पकाते समय सिलेंडर की गैस किसी कारणवश खुली रह गई और धीरे-धीरे कमरे में भरने लगी. जब रसोई में दाल में छौंक लगाने के लिए चूल्हा जलाया गया, तो अचानक सिलेंडर में आग लग गई. गैस के कारण आग तेजी से फैल गई, जिससे वहां मौजूद लोग इसकी चपेट में आ गए.
11 लोग झुलसे, बच्चों की हालत गंभीर
इस हादसे में कुल 11 लोग झुलस गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. नौ वर्षीय सिकंदर यादव सबसे अधिक झुलस गया है, जिसे करीब 35 प्रतिशत जलन हुई है. पुलिस और परिवार के अनुसार, झुलसे हुए कुल नौ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं एक महिला और एक पुरुष को मामूली चोटें आई हैं, जिनका इलाज घर पर ही किया जा रहा है.
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने पहुंचकर संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा और घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया. दमकल विभाग ने भी आग पर काबू पाने के लिए त्वरित कार्रवाई की. मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने भी आग बुझाने और झुलसे हुए लोगों को बाहर निकालने में सहायता की.
गांव में पसरा मातम, प्रशासन ने दिलाया मदद का भरोसा
इस हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है. जिन घरों में सुबह तक पूजा-पाठ और मंगल गीत गूंज रहे थे, वहां अब सिर्फ चीत्कार और सन्नाटा है. स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया है.
सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
यह हादसा एक बार फिर रसोई गैस की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है. सिलेंडर की समय-समय पर जांच, गैस लीक डिटेक्टर का इस्तेमाल और सावधानीपूर्वक खाना बनाना जैसी बातों पर लोगों को जागरूक करना जरूरी हो गया है.
गृह प्रवेश जैसा सुखद अवसर एक छोटी सी लापरवाही के कारण जानलेवा बन गया. यह हादसा हम सबके लिए एक चेतावनी है कि गैस सिलेंडर के प्रयोग में अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि ऐसे मामलों में शीघ्र राहत और उचित उपचार सुनिश्चित करें, साथ ही गांवों में रसोई गैस सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान भी चलाएं.