Bulldozer Action In Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में अवैध धर्मांतरण और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के आरोपों में घिरे जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. मंगलवार सुबह मधुपुर क्षेत्र स्थित उसकी आलीशान कोठी पर बुलडोजर चलाया गया. छांगुर को पिछले दिनों यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया था. उस पर न सिर्फ गरीब और गैर-मुस्लिम युवतियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराने के आरोप हैं, बल्कि देशविरोधी संगठनों से जुड़ाव की भी जांच चल रही है. प्रशासन ने कोर्ट के आदेश और तय प्रक्रिया के तहत यह कार्रवाई की.
गेट बंद मिला, गैस कटर से काटकर भीतर पहुंचा बुलडोजर
सुबह करीब 9 बजे भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अमला छांगुर की कोठी पर पहुंचा. जब टीम ने कार्रवाई शुरू करनी चाही तो मकान का मुख्य गेट बंद मिला. गेट खोलने के कई प्रयास असफल होने के बाद पुलिस ने गैस कटर मंगवाया. सुरक्षा कर्मियों की मौजूदगी में गेट का लॉक काटा गया. इसके बाद दो बुलडोजर परिसर में दाखिल हुए और कोठी के बाईं ओर से तोड़फोड़ शुरू की गई. प्रशासन ने पहले आसपास की बिजली लाइनें कटवा दीं और पूरे क्षेत्र को सील करते हुए कार्रवाई को अंजाम दिया.
मौके पर उमड़ी भीड़, अफसरों की सख्ती से शांत रहा माहौल
बुलडोजर की भनक लगते ही आसपास के सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए. लोग पूरे घटनाक्रम को अपने मोबाइल में कैद करने लगे. हालांकि पुलिस बल ने भीड़ को संयम में रखा और अफसरों की सख्ती के चलते किसी भी तरह की अफरातफरी या विरोध नहीं हुआ. सीओ उतरौला राघवेंद्र सिंह, एसडीएम उतरौला और तहसीलदार खुद मौके पर मौजूद रहे और हर प्रक्रिया की निगरानी की.
छांगुर की बहू का आरोप – बच्चों में डर, कार्रवाई मनगढ़ंत
कोठी में रह रही छांगुर की बहू साबिरा ने प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बिना पूर्व सूचना के की गई इस कार्रवाई से घर में मौजूद बच्चों में डर बैठ गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस बेवजह डर और तनाव पैदा कर रही है. इस पर थाना प्रभारी अवधेश राज सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि प्रशासन ने कार्रवाई से पहले बेदखली का नोटिस चस्पा किया था, जो कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा था. ऐसे आरोपों का कोई आधार नहीं है.
सिख और सिंधी समाज का गुस्सा फूटा – ‘फांसी दो ऐसे गुनहगारों को’
धर्मांतरण के इस मामले को लेकर सिख और सिंधी समाज में जबरदस्त नाराजगी है. समाज के प्रतिनिधियों ने लखनऊ और बलरामपुर में प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि जो लोग मासूम लड़कियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराते हैं, उन्हें चिन्हित कर सख्त सजा दी जाए. समाज के नेताओं ने कहा कि यह न केवल धार्मिक शोषण है, बल्कि सामाजिक अस्थिरता फैलाने की गहरी साजिश है। उन्होंने दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की.
यूएई तक फैला है छांगुर गिरोह का नेटवर्क – ATS कर रही जांच
यूपी एटीएस ने छांगुर बाबा से जुड़े नेटवर्क की गहराई से जांच शुरू कर दी है. उसकी करीबी नीतू नवीन रोहरा और पति नवीन रोहरा की बार-बार यूएई यात्राओं ने जांच एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है. दोनों ने क्रमशः 19-19 बार यूएई का दौरा किया, जो उनकी प्रोफाइल से मेल नहीं खाता. खास बात यह है कि दोनों केवल एक बार साथ गए थे, बाकी यात्राएं अलग-अलग तारीखों में हुईं. एटीएस को शक है कि यूएई में गिरोह की आर्थिक और रणनीतिक मदद करने वाला नेटवर्क सक्रिय है, जिसकी परतें धीरे-धीरे खुल रही हैं.
दुबई में हुआ था धर्मांतरण, सरकार ने किया था प्रमाणित
नीतू और नवीन रोहरा के धर्मांतरण का प्रमाण दुबई सरकार ने भी 2015 में जारी किया था. उनका धर्म परिवर्तन अल फारूक उमर बिन खताब सेंटर में हुआ, लेकिन जब जांच में उनके पासपोर्ट खंगाले गए तो दुबई की यात्रा की पुष्टि नहीं हो सकी. इससे यह शक और गहरा हो गया है कि गिरोह के लोगों ने फर्जी नाम और पहचान के जरिए पासपोर्ट बनवाए और गुप्त रूप से विदेशों में संपर्क स्थापित किए.
यूपी के अलावा कई राज्यों में फैला नेटवर्क, खाड़ी देशों से जुड़ाव का शक
अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि छांगुर बाबा का नेटवर्क केवल यूपी तक सीमित नहीं है. बिहार, झारखंड, दिल्ली और महाराष्ट्र तक इसके एजेंट सक्रिय थे. खाड़ी देशों के कुछ संगठनों से आर्थिक सहयोग और दिशानिर्देश मिलने के संकेत मिले हैं. ATS और इंटेलिजेंस एजेंसियां इस गिरोह के विदेशी फंडिंग, हवाला नेटवर्क और डिजिटल ट्रांजैक्शन की गहन पड़ताल कर रही हैं.