Caste Census: यूपी सरकार में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के मुखिया ओम प्रकाश राजभर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जाति आधारित पक्षपात करने आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अखिलेश ने अपने कार्यकाल में जाति के आधार पर दलितों और अल्पसंख्यकों की उपेक्षा की थी. हाल ही में अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सत्ता में आने पर जाति जनगणना कराने की अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता की बात दोहराई थी.
अखिलेश जातिगत पूर्वाग्रह से ग्रसित- ओपी राजभर
ओपी राजभर ने अखिलेश यादव के बयान पर कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि अधिकारों का हनन करने वाले लोग ऐसी बातें कह रहे हैं. अखिलेश यादव ने ही अपने कार्यकाल में पुलिस, ग्राम सेवक, लेखपाल जैसी अन्य सेवाओं में जाति के आधार पर लोगों की भर्ती की. उन्होंने 86 में 56 SDM जाति के आधार पर बनाए. इतना ही राजभर ने यह भी कहा कि सपा सरकार में प्रशासनिक नियुक्तियों में जातिगत पूर्वाग्रह देखा गया था. अगर अखिलेश यादव वास्तव में PDA (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) में भरोसा रखते हैं, तो उन्हें इस समाज के लोगों से कम से कम एक भर्ती करनी ही चाहिए थी. (OP Rajbhar Statement on Akhilesh Yadav)
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जातिगत जनगणना से अखिलेश की जमीन खिसकी
ओपी राजभर ने आगे कहा कि केंद्र सरकार के जाति जनगणना के ऐलान से अखिलेश यादव की जमीन खिसक गई है. वे निराश हो गए हैं कि अब आगे क्या होगा? ऐसा इसलिए क्योंकि अखिलेश यादव को जाति जनगणना के संभावित परिणामों का पता चल गया है. दरअसल, अखिलेश यादव 2027 विधानसभा चुनाव की बिसात अभी से बिछा रहे हैं. अखिलेश ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजभर समाज को अपने पाले में लाने के लिए एक बड़ा ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि अगर अगले विधानसभा में समाजवादी पार्टी की जीत होती है, तो गोमती रिवरफ्रंट पर महाराजा सुहेलदेव की भव्य प्रतिमा स्थापित करने की बात कही थी.
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