Changur Baba: बलरामपुर में चांद औलिया दरगाह पर लगने वाला उर्स इस साल नहीं हो पाया. इसकी वजह छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन है, क्योंकि यह दरगाहर छांगुर बाबा की कोठी के बगल में ही है और इस समय में धर्मांतरण मामले के कारण पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. ऐसे में प्रशासन की तरफ से उर्स के लिए इजाजत नहीं मिल पाई.
13 जुलाई को होना था उर्स का आयोजन
दरअसल, हर साल 13 जुलाई को चांद औलिया दरगाह पर उर्स का आयोजन किया जाता था. इस दौरान जलसे में देश के मशहूर शायर मुशायरे के लिए आते हैं. इस साल भी उर्स भी तैयारी हो रही है, जिसके लिए बैनर-होर्डिंग भी बनवाए गए थे. लेकिन छांगुर बाबा की वजह से पूरी तैयारी पर पानी फिर गया. जिला प्रशासन से अनुमति नहीं मिल पाने के कारण इस साल उर्स का आयोजन नहीं हो पाया.
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छांगुर बाबा की कोठी के बगल दरगाह
बलरामपुर जिले से लगभग 35 किलोमीटर दूर उतरौला इलाके में मधपुर गांव में चांद औलिया दरगाह स्थित है. इसी के बगल ही धर्मांतरण गिरोह का मास्टरमाइंट छांगुर बाबा की कोठी बनी हुई है. छांगुर बाबा का नाम आने के सामने जांच एजेंसिया तेजी से छानबीन में जुट गई हैं. रोजाना छांगुर बाबा के नए-नए राज सामने आ रहे हैं. जमालुद्दीन न सिर्फ यूपी बल्कि कई राज्यों में धर्मांतरण का जाल बिछाया था. जांच में बड़े पैमाने पर विदेशी फंडिंग का मामला भी सामने आया है.
सुरक्षा कारणों का दिया गया हवाला
प्रशासन के मुताबिक, चांद औलिया दरगाह के उर्स बड़े पैमाने पर आयोजित होना था, इसके लिए इलाकों में होर्डिंग और बैनर भी लगाए जा चुके थे. इस उर्स में बड़ी संख्या में दूर-दूर से लोग आते हैं. ऐसे में सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए प्रशासन ने उर्स की अनुमति नहीं दी.
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