CM Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के दौरान पिछली सरकारों पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीते दशकों में शासन में रही सरकारों की अकर्मण्यता के कारण कृषि क्षेत्र को जो गति मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिल सकी. योजनाएं केवल आपसी लाभ और धन के बंटवारे के लिए बनाई जाती थीं, जबकि किसानों को उसका कोई वास्तविक लाभ नहीं मिल पाता था.
एमओयू कार्यक्रम में डेयरी सेक्टर को लेकर बड़ी घोषणा
मुख्यमंत्री योगी राजधानी लखनऊ में आयोजित उस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जिसमें गोरखपुर, कानपुर और कन्नौज के डेयरी प्लांट्स और अंबेडकरनगर की पशु आहार निर्माणशाला के संचालन के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन के बीच एमओयू साइन किया गया. उन्होंने इसे किसानों के जीवन में बदलाव लाने वाला कदम बताया.
मोदी सरकार के आने के बाद बदली तस्वीर: योगी
सीएम योगी ने 2014 के बाद देश में आए बदलावों की चर्चा करते हुए कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार बनी है, तब से समग्र विकास की अवधारणा पर जोर दिया गया है. इससे देश का हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है. किसान भी अब सिर्फ पारंपरिक खेती तक सीमित नहीं हैं, बल्कि कृषि आधारित अन्य क्षेत्रों में भी सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं.
अब नहीं करते किसान आत्महत्या, बन रहे हैं आत्मनिर्भर: मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि उनकी सरकार के प्रयासों से अब किसानों की आत्महत्या की घटनाएं न के बराबर हो गई हैं. उन्होंने कहा कि आज का किसान खुशहाल है, उसे तकनीकी सहायता मिल रही है, सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है और उसकी आय में भी इज़ाफा हो रहा है. सरकार उसे हर स्तर पर सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है.
डेयरी और पशु आहार उद्योग से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को संजीवनी
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि डेयरी प्लांट्स और पशु आहार निर्माण इकाइयों के संचालन से ग्रामीण युवाओं को रोजगार, किसानों को अतिरिक्त आय और गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. उन्होंने इसे ग्रामीण क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम बताया.