Dimple Yadav Controversy: समाजवादी पार्टी की सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते मौलाना साजिद रशीदी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. लखनऊ में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है. मौलाना ने सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने “नंगा” शब्द को लेकर कोई आपत्तिजनक बात नहीं कही, बल्कि उसे गलत ढंग से पेश किया गया.
“मस्जिद की मर्यादा होती है” — मौलाना का तर्क
साजिद रशीदी ने अपने बयान में कहा कि डिंपल यादव जिस पहनावे में मस्जिद में बैठी थीं, वह इस्लामी परंपराओं के खिलाफ है. उन्होंने कहा, “हमारे समाज में ऐसे पहनावे को नंगापन कहा जाता है. अगर कोई व्यक्ति नंगे सिर मस्जिद आता है, तो उसे नंगे सिर ही कहा जाएगा.”
“मंदिर में जाकर ऐसा करके दिखाएं” — चुनौती भरा बयान
मौलाना साजिद ने आगे कहा कि अगर डिंपल यादव उसी परिधान में किसी मंदिर में जाकर पूजा कर लें, तो वे सार्वजनिक रूप से माफी मांग लेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि डिंपल मस्जिद को पार्टी का दफ्तर समझकर पहुंची थीं, जबकि उन्हें मस्जिद की मर्यादा का ज्ञान होना चाहिए था.
“धमकी भरे कॉल आ रहे हैं” — मौलाना का दावा
रशीदी ने दावा किया कि उनके बयान के बाद से उन्हें लगातार धमकी भरे फोन कॉल आ रहे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनके शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है, जबकि उन्होंने किसी के प्रति अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया.
“नंगा शब्द आपत्तिजनक नहीं” — AIIA अध्यक्ष की दो टूक
AIIA (ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन) के अध्यक्ष मौलाना साजिद ने कहा कि ‘नंगा’ शब्द समाज में प्रचलित है और यह इतना आपत्तिजनक नहीं है. उन्होंने कहा, “शॉर्ट्स पहनने वाली लड़कियों को देखकर समाज भी यही कहता है.” साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि तस्वीर को जानबूझकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया ताकि मुसलमानों की धार्मिक भावनाएं आहत हों.
सपा सांसद इकरा हसन का समर्थन
मौलाना ने सपा सांसद इकरा हसन का उदाहरण देते हुए कहा कि वह मस्जिद की मर्यादा समझती हैं. ऐसे में डिंपल यादव को भी यह ज्ञान होना चाहिए था कि मस्जिद में कैसा व्यवहार और परिधान उचित होता है.
अब आगे क्या?
इस विवाद से सियासी गर्मी बढ़ गई है. बिहार चुनाव का हवाला देते हुए मौलाना ने कहा कि बयान को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है और हर कोई अपने-अपने वोट बैंक को साधने में जुटा है. वहीं, FIR के बाद अब देखना होगा कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में आगे क्या कदम उठाते हैं.
मौलाना साजिद रशीदी की विवादित टिप्पणी ने एक बार फिर धर्म, राजनीति और महिला गरिमा को लेकर बहस छेड़ दी है. FIR के साथ ही अब यह मामला कानूनी मोड़ पर आ गया है.