Pan Card Fraud: सूरजननगर की रहने वाली पिंकी रानी को आयकर विभाग द्वारा 1 करोड़ 4 लाख रुपये का नोटिस भेजा गया है. यह नोटिस इनकम टैक्स एक्ट की धारा 148 के तहत उनके मायके पते पर आया है. यह नोटिस 2021-22 की आय की जांच के बाद आईटीओ-1 द्वारा जारी किया गया. महिला का कहना है कि उसने कभी इतनी बड़ी राशि का लेन-देन नहीं किया और यह नोटिस उसके लिए अत्यंत चौंकाने वाला है.
मामूली खातों वाली गृहिणी पर करोड़ों का आरोप
पिंकी रानी एक गृहिणी हैं और उनके पति संजीव कुमार बिजनौर जिले के नहटौर थाना क्षेत्र के गांव इब्राहिमाबाद में रहते हैं. वे ठाकुरद्वारा क्षेत्र में एक ईंट भट्ठे पर मजदूरी करते हैं. पिंकी रानी के पास पीएनबी और एसबीआई की नहटौर शाखा में दो खाते हैं, जिनमें सामान्य घरेलू जरूरतों के लिए मामूली लेन-देन होता है. ऐसे में करोड़ों के लेन-देन का आरोप लगना उनके लिए बेहद हैरान करने वाला है.
आयकर कार्यालय से नहीं मिला संतोषजनक जवाब
16 जून को जब पिंकी रानी को यह नोटिस मिला, तो वह घबरा गईं और तत्काल समाधान के लिए आयकर कार्यालय पहुंचीं. वहां उन्होंने अपने दोनों बैंक खातों का पूरा विवरण और पिछला ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड अधिकारियों को सौंपा, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट या राहत भरा जवाब नहीं मिल सका. अधिकारियों ने सिर्फ इतना कहा कि सिस्टम में जो रिकॉर्ड है, उसी के आधार पर नोटिस जारी किया गया है.
धोखाधड़ी की जताई आशंका, जांच की मांग
महिला का कहना है कि उसने कभी किसी बड़े लेन-देन में भाग नहीं लिया, न ही कोई व्यवसाय चलाया. ऐसे में यह स्पष्ट है कि किसी ने उनके पैन कार्ड और बैंक खाता विवरण का गलत इस्तेमाल किया है. उन्होंने आशंका जताई कि उनके नाम पर किसी ने अवैध रूप से ट्रांजैक्शन किए हैं. पिंकी रानी ने इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों से उचित जांच और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
अधिकारियों ने दिए जांच के आदेश
समाधान दिवस में उपस्थित एसडीएम प्रीति सिंह ने महिला की शिकायत गंभीरता से सुनी और मौके पर ही ठाकुरद्वारा थाना प्रभारी को मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने भरोसा दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और यदि महिला निर्दोष पाई जाती हैं तो उसे किसी भी प्रकार की कानूनी परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी.
पहले भी मिल चुकी हैं ऐसी शिकायतें
आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पैन कार्ड और बैंक खातों के गलत इस्तेमाल की कई शिकायतें विभाग को पूर्व में भी प्राप्त हुई हैं. ऐसे मामलों में आमतौर पर फर्जी कंपनियों या बेनामी लेनदेन के लिए गरीब व अशिक्षित लोगों के दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जाता है. विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अपने पर्सनल डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित रखें और किसी अनजान व्यक्ति को उन्हें इस्तेमाल करने की अनुमति न दें.