Pervez Musharraf Land: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के कोताना गांव की 13 बीघा जमीन, जो कभी पाकिस्तान के तानाशाह परवेज मुशर्रफ के परिवार की थी, सरकार ने शत्रु संपत्ति घोषित कर ऑनलाइन नीलाम कर दी है. इस जमीन की बेस प्राइस 39 लाख रुपये रखा गया था, लेकिन बोली तीन गुना बढ़ गई, जिसे तीन खरीददार ने खरीदा है.
तीन खरीददारों ने खरीदी संपत्ति
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और तानाशाह परवेज मुशर्रफ की पैतृक संपत्ति को बेस प्राइस से तीन गुना कीमत पर खरीदी गई. इस जमीन को तीन खरीददारों ने 1 करोड़ 38 लाख 16 हजार रुपये में खरीदी. जमीन खरीदने वालों में मनोज गोयल (ट्रांसपोर्ट और प्रॉपर्टी डीलर), पंकज (ठेकेदार) और गाजियाबाद की जेके स्टील फर्म शामिल है.
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बागपत की मिट्टी से मिटा मुशर्रफ का नाम
बागपत के प्रशासनिक अधिकारी मनोज यादव ने बताया कि यह नीलामी ऑनलाइन हुई और बोली कीमत तीन गुना से अधिक रही. इससे मुशर्रफ परिवार का नाम कानूनी तौर पर भी बागपत की मिट्टी से मिट गया है. पिछले साल भी परवेज मुशर्रफ के भाई की एक अन्य संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित कर नीलाम किया गया था, जिसे बागपत के दो स्थानीय किसानों ने खरीदा था.
आजादी के पहले माता-पिता के नाम थी संपत्ति
गौरतलब है कि इस जमीन का इतिहास काफी पुराना है. बंटवारे के पहले 1943 में यह जमीन मुशर्रफ के माता-पिता के नाम थी, लेकिन बंटवारे के बाद 1947 में पाकिस्तान चले गए थे, जिसके बाद यह संपत्ति उनके चचेरे भाई के नाम दर्ज हुई, लेकिन सरकार ने इस जमीन को शत्रु घोषित कर दिया था.
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