National Camera Day: राष्ट्रीय कैमरा दिवस (29 जून) के मौके पर वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया विशेषज्ञ डॉ. धनंजय चोपड़ा की नई पुस्तक “फोटो पत्रकारिता…बदलती दुनिया, बदलती तकनीक” प्रकाशित होकर सामने आई है. पुस्तक का प्रकाशन राजकमल प्रकाशन समूह के लोकभारती प्रकाशन, नई दिल्ली द्वारा किया गया है.
बदलते समय में पुस्तक की जरूरत
राष्ट्रीय कैमरा दिवस की पूर्व संध्या पर वरिष्ठ प्रकाशन विशेषज्ञ रमेश ग्रोवर ने यह पुस्तक लेखक को सौंपते हुए बिक्री के लिए जारी की. बदलते फोटोग्राफी परिदृश्य और डिजिटल युग में इसकी बढ़ती अहमियत को देखते हुए लंबे समय से इस विषय पर एक समग्र पुस्तक की जरूरत महसूस की जा रही थी.
कई विषयों पर आधारित पुस्तक
पुस्तक में फोटोग्राफी के तकनीकी, सामाजिक और व्यावसायिक आयामों के साथ-साथ फोटो पत्रकारिता से जुड़ी नैतिकता और चुनौतियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई है. इसमें रील से डिजिटल फोटोग्राफी, मीडिया ट्रायल में विजुअल कम्युनिकेशन की भूमिका, फोटो पत्रकारों की बदलती कार्यशैली, फोटो एजेंसियों की सक्रियता, मोबाइल फोटो पत्रकारिता (मोफ्जो), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नागरिक फोटो पत्रकारिता जैसे समकालीन विषय शामिल हैं.
स्वतंत्र पत्रकारिता की संभावना पर जानकारी
पुस्तक में भारतीय परंपरा में दृश्य संचार की ऐतिहासिक भूमिका, फोटो मैनिपुलेशन, कॉपीराइट, फोटो पत्रकारिता में ब्रैंडिंग और स्वतंत्र पत्रकारिता की संभावनाओं पर भी विस्तार से जानकारी दी गई है.
पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए जरूरी पुस्तक
विद्यार्थियों, शोधार्थियों, नवोदित फोटोग्राफरों और फोटो पत्रकारों के लिए यह पुस्तक मार्गदर्शन का काम करेगी. लेखक डॉ. चोपड़ा की सक्रिय पत्रकारिता, फोटोग्राफी और मीडिया अध्यापन का अनुभव पुस्तक के प्रत्येक अध्याय में साफ झलकता है.