Prayagraj News: चिकित्सा इतिहास में एक नई शुरुआत करते हुए एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया (ASI) की प्रयागराज इकाई ने घोषणा की है कि इस वर्ष पहली बार 15 जून को “सर्जन्स डे” के रूप में मनाया जाएगा. इस महत्वपूर्ण अवसर को व्यापक रूप देने के लिए 8 जून से 15 जून 2025 तक पूरे सप्ताह को “सर्जन्स सप्ताह” के रूप में मनाया जा रहा है.
यह घोषणा प्रयागराज स्थित इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से की गई, जिसमें देशभर के कई प्रतिष्ठित सर्जनों ने भाग लिया.
अहमदाबाद दुर्घटना पर श्रद्धांजलि से हुई शुरुआत
प्रेस वार्ता की शुरुआत एक संवेदनशील क्षण से हुई, जब हाल ही में अहमदाबाद में हुई दुर्घटना में जान गंवाने वाले नागरिकों को श्रद्धांजलि दी गई. सर्जन समुदाय ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए इस आयोजन को मानवता और सामाजिक जिम्मेदारी से जोड़ने पर बल दिया.
सर्जन: समाज में बदलाव के संवाहक
ASI के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रोबाल नियोगी ने कहा…
एक सर्जन न केवल ऑपरेशन थिएटर में जीवन बचाता है, बल्कि समाज में बदलाव की नींव भी रखता है. ‘सर्जन्स सप्ताह’ चिकित्सा के साथ-साथ सामाजिक और नैतिक दायित्वों की पुनः पुष्टि का माध्यम है.
इलाहाबाद सर्जन एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सुजीत सिंह ने कहा…
यह सप्ताह न केवल सर्जनों को सम्मान देने का, बल्कि नई पीढ़ी के चिकित्सकों को सामाजिक सरोकारों से जोड़ने का माध्यम भी है. प्रयागराज से इसकी शुरुआत गर्व का विषय है.
जनसंपर्क और सेवा से जुड़े रहेंगे सर्जन
सप्ताह भर चलने वाले “सर्जन्स सप्ताह” के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए डॉ. संजय सिंह (सचिव, इलाहाबाद सर्जन एसोसिएशन) ने बताया कि विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, जैसे….
11 जून: “टीरोपी” – रोगियों से संवाद
12 जून: बेसिक सर्जिकल स्किल्स पर वर्कशॉप और टेबल टॉप डेमो
13 जून: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर व जागरूकता अभियान
14 जून: रक्तदान शिविर, पौधारोपण और योग सत्र
15 जून: “सर्जन्स डे” – संगोष्ठी, डॉक्टर्स अवॉर्ड और सम्मान समारोह
चिकित्सा सेवा से बढ़कर सामाजिक मिशन
डॉ. अभिनव अग्रवाल (कोषाध्यक्ष) और डॉ. संतोष सिंह (संयुक्त सचिव) ने कहा…..
सर्जरी केवल एक विज्ञान नहीं, बल्कि सेवा का मिशन है. सर्जन समाज के उपचार के साथ-साथ निर्माण में भी अहम भूमिका निभाता है. यह आयोजन समाज और चिकित्सा समुदाय के बीच एक सेतु बनेगा.
राष्ट्रीय पहचान की ओर अग्रसर पहल
प्रयागराज से शुरू हुई यह पहल भविष्य में राष्ट्रीय स्तर पर एक नियमित आयोजन के रूप में विकसित की जाएगी. “सर्जन्स डे” सर्जनों के योगदान को पहचान देने के साथ-साथ चिकित्सा और जनसेवा के बीच एक नया अध्याय जोड़ेगा.