Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद के करछना थाना क्षेत्र में दो मार्च की रात आठ वर्षीय बच्ची अचानक लापता हो गई थी. रात भर परिजनों ने गांव और आसपास के इलाकों में तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. अगली दोपहर परिजन जब घर के पीछे करीब 100 मीटर दूर गेहूं के खेत में पहुंचे तो वहां बच्ची का शव पड़ा मिला. मासूम के शरीर पर कई जगह गंभीर चोटों के निशान थे, जिसे देख गांव में हड़कंप मच गया. पूरे गांव में मातम छा गया और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली दरिंदगी की परतें
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आए, उन्होंने पूरे मामले की क्रूरता को उजागर कर दिया. रिपोर्ट में बच्ची के होंठ, आंख, नाक समेत चेहरे पर नौ जगह गहरी चोट के निशान मिले. दोनों हथेलियों पर भी मारपीट के जख्म पाए गए, जिससे लगता है कि बच्ची ने खुद को बचाने की पूरी कोशिश की थी. सबसे दर्दनाक बात यह थी कि उसके जांघ और प्राइवेट पार्ट पर छह गंभीर घाव थे. रिपोर्ट ने साफ किया कि बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ और बाद में मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी गई. यह घटना इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली है.
अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं, परिवार न्याय के लिए दर-दर भटक रहा
घटना को तीन महीने से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन पुलिस अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. शुरुआत में पीड़िता के पिता ने अपनी सौतेली मां पर संदेह जताया था, लेकिन अब तक पुलिस उस दिशा में भी किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. परिजनों का कहना है कि वे लगातार थाने के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें हर बार जांच जारी होने की बात कहकर लौटा दिया जाता है. न्याय की उम्मीद में वह परिवार अब खुद को पूरी तरह असहाय महसूस कर रहा है.
जांच में 25 से अधिक लोगों से हुई पूछताछ, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं
करछना थाने के इंस्पेक्टर अनूप सरोज ने जानकारी दी कि पुलिस अब तक इस मामले में 25 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है. उनका कहना है कि यह मामला बेहद जटिल है और कई कोणों से जांच की जा रही है. हालांकि, स्थानीय लोग पुलिस की इस कार्यशैली से नाखुश हैं और उनका मानना है कि यदि पुलिस ने शुरुआती दौर में तेजी दिखाई होती तो शायद आरोपियों को पकड़ लिया गया होता. पीड़िता के परिवार और ग्रामीणों को अब भी उम्मीद है कि जल्द ही पुलिस कोई बड़ी कार्रवाई करेगी.
मां की हालत बिगड़ी, हर रोज बेटी को याद कर फूट-फूटकर रोती है
पीड़िता के पिता ने बताया कि मृतक बच्ची उनकी सबसे बड़ी बेटी थी और परिवार का सपना थी. बेटी की मौत के बाद से उसकी मां की मानसिक स्थिति बेहद खराब हो गई है. हर दिन बेटी को याद करके वह बेसुध हो जाती है, रो-रोकर उसकी तबीयत और बिगड़ती जा रही है. परिवार में गम और गुस्से का माहौल है. बच्ची के छोटे भाई-बहनों पर भी इस घटना का गहरा असर पड़ा है. अब पूरे परिवार को बस एक ही आस है कि उनकी बेटी को इंसाफ मिले और दोषियों को सख्त सजा हो.