Prayagraj News: प्रयागराज की यह घटना गुरुवार शाम लगभग 4:45 बजे घटी जब प्रयागराज के ट्रिपल आईटी के मुख्य द्वार के ठीक सामने, डिलीशियस रेस्टोरेंट के पास सड़क किनारे बने नाले की ढलाई अचानक से धंस गई. यह ढलाई कुछ ही महीने पहले तैयार की गई थी, जिससे स्थानीय प्रशासन की गुणवत्ता और निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं. ढलाई टूटते ही वहां से गुजर रहे दो युवक अचानक से 15 फीट गहरे नाले में जा गिरे. इस अप्रत्याशित दुर्घटना से मौके पर हड़कंप मच गया और राहगीरों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
रेस्टोरेंट मालिक और स्थानीय लोगों ने बचाई जान
जैसे ही दुर्घटना घटी, युवकों की जोर-जोर से चीखें सुनकर पास ही मौजूद डिलीशियस रेस्टोरेंट के मालिक आशीष और आसपास के कुछ लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे. बिना देर किए उन्होंने युवकों को नाले से बाहर निकालने की कोशिश शुरू कर दी. काफी प्रयासों और साहस के बाद दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. स्थानीय लोगों की तत्परता और मानवीय संवेदनशीलता ने इस हादसे को बड़ी त्रासदी बनने से रोक दिया. अगर मदद देर से मिलती, तो परिणाम गंभीर हो सकते थे.
गंभीर लापरवाही से बाल-बाल बचे युवक
नाले में गिरे विजीत केशवानी और अभिषेक द्विवेदी, जो झलवा के निवासी हैं, ने बताया कि वे जैसे ही नाले के ढलाई वाले हिस्से पर पहुंचे, वह हिस्सा अचानक धंस गया और उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला. नाले में गिरते समय उनके शरीर में खरोंचें और चोटें आईं, उनके कपड़े फट गए और पानी में गिरने से उनके मोबाइल फोन भी खराब हो गए. उन्होंने कहा कि यदि इसी जगह पर कोई छोटा बच्चा या बुजुर्ग होता, तो उसकी जान भी जा सकती थी. युवकों ने इस हादसे को ‘मौत का गड्ढा’ बताया और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया.

नगर निगम की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल
यह हादसा सीधे तौर पर नगर निगम और संबंधित ठेकेदारों की जवाबदेही पर सवाल खड़े करता है. करोड़ों रुपए खर्च कर बनाई गई ढलाई महज कुछ ही महीनों में कैसे टूट गई? यह सवाल न सिर्फ निर्माण की गुणवत्ता पर, बल्कि उसकी निगरानी और निरीक्षण प्रक्रिया पर भी गहरे संदेह पैदा करता है. जब इस संबंध में प्रभात खबर के यूपी रिपोर्टर ने प्रयागराज के अपर नगर आयुक्त से बात की, तो उन्होंने तत्काल टीम को मौके पर भेजने और घटना की गंभीरता से जांच करने का आश्वासन दिया. लेकिन यह आश्वासन तब तक अधूरा रहेगा जब तक दोषियों पर सख्त कार्यवाही नहीं होती.