Rakesh tikait: सिलसिला शुरू हुआ पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बयानबाजी से लेकिन अपमान और पंचायत तक पहुंचा. भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के सम्मान को देखते हुए पश्चिम यूपी और हरियाणा की पंचायतें अपनी-अपनी पगड़ी लेकर और लाठी डंडों सहित पहुंच गईं.किसान-मजदूर एकसाथ जुटे तो नेताओं ने भी मौके को देखते हुए सियासी हलचल में भागीदारी की कोशिश की. सपा के दिग्गज नेताओं ने भाजपा पर काफी निशाना भी साधा और घेराबंदी की. रालोद के विधायक ने किसानों के इस प्रदर्शन में साथ होने का समर्थन किया. करीब दो साल बाद सपा और रालोद के नेता एकसाथ मंच साझा करते हुए दिखे.
कई राजनीतिक पार्टियों ने पहुंचकर दिया एकजुटता का संदेश
किसान के कई मुद्दों पर भाकियू सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए सरकार के खिलाफ नज़र आ रही है.जन आक्रोश यात्रा में भाकियू प्रवक्ता के अपमान के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर भाकियू के साथ समर्थन में होने की बात कही. शनिवार की पंचायत में सांसद हरेंद्र मलिक, सांसद इकरा हसन, राष्ट्रीय सचिव राकेश शर्मा, सरधना विधायक अतुल प्रधान, पहलवान शोकेंद्र तोमर, जिलाध्यक्ष जिया चौधरी समेत पश्चिम यूपी के अन्य नेता और कार्यकर्ता भी समर्थन देने के लिए पहुंचे और एकजुटता का संदेश दिया.
पंचायत में भारी भीड़ जुटी तो मंच साझा करते हुए सपा नेताओं ने सरकार पर सीधा हमला बोला और पुलिस-प्रशासन को भी खरी-खोटी सुनाई. कानून व्यवस्था ध्वस्त होने पर सवाल खड़े किए बोले देश में कही शांति का माहौल नहीं है.भाजपा सरकार की घेराबंदी की गई. यहां तक की पैदल मार्च करते हुए अतुल प्रधान भाकियू के अध्यक्ष के साथ टाउनहॉल तक साथ गए.
सपा और रालोद एकसाथ साझा किया मंच
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सपा के साथ गठबंधन से अलग होने के बाद रालोद नेताओं का यह पहला बड़ा मौका था, जब रालोद ने सपा के साथ मंच साझा किया. टिकैत के अपमान के मुद्दे पर गठबंधन से अलग जनप्रतिनिधि एकसाथ मंच साझा करते नजर आ रहे.यह कही न कही भाजपा की वोट पर चोट लगाने की ओर इशारा करते नज़र आ रहे.