SUMMER VACATION: उत्तर प्रदेश में इस वर्ष गर्मी ने समय से पहले ही अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है. बढ़ते तापमान और लू के कारण राज्य सरकार और शिक्षा विभाग ने छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गर्मी की छुट्टियों की घोषणा कर दी है. सरकारी और निजी दोनों प्रकार के विद्यालयों में अलग-अलग तिथियों से अवकाश शुरू हो रहा है. आइए जानते हैं विस्तार से कि किस दिन से स्कूल बंद होंगे, क्या गाइडलाइंस जारी हुई हैं और किन छात्रों के लिए समर कैंप आयोजित होंगे.
सरकारी स्कूलों में कब से शुरू होंगी छुट्टियाँ?
उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालयों में गर्मी की छुट्टियाँ 20 मई 2025 से 30 जून 2025 तक घोषित की गई हैं. इस दौरान प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सभी शैक्षणिक गतिविधियाँ बंद रहेंगी.
निजी स्कूलों में अलग-अलग तिथियों से छुट्टियाँ
राज्य के अधिकांश निजी विद्यालयों ने कक्षा 1 से 5 तक के लिए छुट्टियाँ 16 मई 2025 से शुरू कर दी हैं. वहीं कक्षा 6 से ऊपर के छात्रों के लिए अवकाश 1 जून 2025 से लागू किया जाएगा. कुछ स्कूलों में बोर्ड परीक्षाओं या अन्य शैक्षणिक कार्यक्रमों के अनुसार तारीखों में थोड़ा फेरबदल हो सकता है.
गर्मी से बचाव के लिए दिशा-निर्देश जारी
शिक्षा विभाग ने छुट्टियों से पहले स्कूलों को यह निर्देश दिए हैं कि विद्यार्थियों को हीटवेव से बचाने के लिए आवश्यक सावधानियाँ बरती जाएं. इसके तहत प्रार्थना सभा (Morning Assembly) अब खुले मैदान की बजाय छायादार स्थान या कक्षा में कराई जाएगी. खेलकूद व अन्य बाहरी गतिविधियाँ सुबह 9 बजे के बाद नहीं कराई जाएंगी. छात्रों को अधिक से अधिक पानी पीने, हल्के कपड़े पहनने और धूप से बचाव की सलाह दी जा रही है.
सरकारी स्कूलों में समर कैंप का आयोजन
शिक्षा विभाग की ओर से छुट्टियों के दौरान बच्चों को रचनात्मक और शैक्षणिक गतिविधियों में संलग्न रखने के लिए समर कैंप का आयोजन किया जाएगा. समर कैंप की अवधि 21 मई से 10 जून 2025 तक और इस व्यवस्था में सभी सरकारी माध्यमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय के कक्षा 6 से 8 तक के छात्र शामिल हो सकेंगे. और इस व्यवस्था के तहत प्रतिदिन डेढ़ घंटे की विशेष कक्षाएं होंगी. इस व्यवस्था की खास बातें यह है कि बच्चों को चिक्की, गुड़ लड्डू, पोहा, मूंगफली आदि पौष्टिक आहार भी दिया जाएगा. इस पहल का उद्देश्य बच्चों को गर्मी की छुट्टियों में भी सीखने और व्यक्तिगत विकास का अवसर देना है.
अभिभावकों के लिए सुझाव
छुट्टियों के दौरान बच्चों को डिजिटल गैजेट्स की लत से बचाने के लिए उन्हें कला, संगीत, पुस्तक पढ़ने, खेल-कूद आदि में व्यस्त रखें. समर कैंप जैसी गतिविधियों में भाग लेने के लिए उन्हें प्रेरित करें, ताकि उनका मानसिक और शारीरिक विकास निरंतर बना रहे. बच्चों को गर्मी में बाहर निकलने से रोकें और अधिक से अधिक पानी पिलाएँ.
सुरक्षा और सीख दोनों जरूरी
उत्तर प्रदेश में 2025 की गर्मी को देखते हुए सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा के साथ-साथ शिक्षा की निरंतरता को बनाए रखने का प्रयास है. समर कैंप जैसी रचनात्मक पहल इस गर्मी की छुट्टियों को सिर्फ आराम का समय नहीं बल्कि सीखने और व्यक्तित्व विकास का अवसर भी बनाएँगी.